औरंगाबाद शहर.
बिहार के ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्लांट (एनटीपीसी) एक और मील का पत्थर स्थापित करने जा रहा है. एनटीपीसी के स्टेज-2 के तहत 800 मेगावाट की तीन इकाइयों का निर्माण किया जायेगा. इसी के साथ यह प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 4380 मेगावाट हो जायेगी. इससे यह परियोजना देश के प्रमुख पावर प्लांट में शामिल हो जायेगा. स्टेज-2 के तहत तीन नयी इकाईयों की स्थापना होने के बाद बिहार को अधिक बिजली मिलेगी. पावर प्लांट की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं को लेकर बुधवार को एनटीपीसी में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान परियोजना प्रमुख एवं कार्यकारी निदेशक एलके बेहेरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्लांट के प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं से अवगत कराया. कार्यकारी निदेशक ने कहा कि नवीनगर एनटीपीसी सिर्फ बिजली उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण विकास में भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहा है. हमारी प्राथमिकता उच्च गुणवत्ता वाली बिजली उत्पादन के साथ-साथ स्थानीय समुदायों का उत्थान भी है. एनटीपीसी नवीनगर का प्रदर्शन न केवल बिहार के ऊर्जा क्षेत्र को नई दिशा दे रहा है, बल्कि इसके ग्रामीण विकास में किए जा रहे प्रयास भी सराहनीय हैं. स्टेज-2 के निर्माण के साथ, यह पावर प्लांट अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना करने की ओर अग्रसर है, जिससे बिहार और अन्य राज्यों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ सामाजिक उत्थान के सिद्धांत पर चलते हुए नवीनगर एनटीपीसी देश के ऊर्जा भविष्य को मजबूत बनाने के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के जीवन स्तर को सुधारने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. प्रेस वार्ता के दौरान पीपीटी के माध्यम से सामुदायिक दायित्वों के तहत किये गये कार्यों व अन्य उपलब्धियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. इस मौके पर नवीनगर एनटीपीसी के महाप्रबंधक (ओ एंड एम) केडी यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे. अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि एनटीपीसी ऊर्जा क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए तत्पर है.इकाईयों के विस्तार की तैयारी पूरी
नवीनगर एनटीपीसी स्टेज-2 के निर्माण के साथ एक नयी ऊंचाई की ओर अग्रसर है. इस परियोजना के तहत तीन नई 800 मेगावाट की इकाइयों का निर्माण किया जायेगा, जिससे प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 4380 मेगावाट हो जायेगी. परियोजना प्रमुख एलके बेहेरा ने बताया कि स्टेज-2 के निर्माण से बिहार और अन्य राज्यों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी. इस विस्तार के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा.उत्कृष्ट प्रदर्शन और विद्युत उत्पादन में ये है उपलब्धियां
नवीनगर एनटीपीसी सुपर थर्मल पावर स्टेशन 1980 मेगावाट क्षमता वाला पावर प्लांट है, जो बिहार राज्य को निरंतर और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान इस पावर स्टेशन ने अब तक 13,792 मिलियन यूनिट (एमयू) से अधिक बिजली का उत्पादन किया है, जो इसकी संचालन क्षमता और दक्षता को दर्शाता है. इस अवधि में प्लांट का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) 81.07 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो इसे देश के उच्च प्रदर्शन करने वाले पावर प्लांट्स की श्रेणी में रखता है. यह उत्कृष्ट प्रदर्शन एनटीपीसी की तकनीकी क्षमता, संचालन कौशल और प्रतिबद्धता का प्रमाण है.स्टेज-2 की ये हैं विशेषताएं
एनटीपीसी के स्टेज-2 में बनने जा रही इकाईयों में एयर कूल्ड कंडेंसर सिस्टम का प्रयोग किया जायेगा. इस तकनीक का उपयोग करने से पानी की खपत बेहद कम हो जायेगी. तीनों नयी उत्पादन इकाइयां अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल होंगी. यह तकनीक उच्च तापमान और प्रेशर का उपयोग करके बिजली उत्पादन को अधिक कुशल बनाती है, जिससे ऊर्जा दक्षता में वृद्धि होगी. इसके अलावा स्टेज-2 के निर्माण से बिहार को अधिक बिजली उपलब्ध होगी. इस विस्तार के तहत बिहार सरकार के साथ 1500 मेगावाट बिजली आपूर्ति का पीपीए (पावर पर्चेज एग्रीमेंट) करार किया गया है, जिससे राज्य में ऊर्जा की उपलब्धता और स्थिरता बढ़ेगी.ग्रामीण विकास में एनटीपीसी निभा रहा भागीदारी
नवीनगर एनटीपीसी विद्युत उत्पादन के साथ-साथ ग्रामीण विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इसके सीएसआर, आर एंड आर और सीडी (कॉम्युनिटी डवलपमेंट) के माध्यम से 37 से अधिक गांवों में विकास कार्य किये जा रहे हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत सुविधा और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में अपने लगातार प्रयासों से एनटीपीसी नवीनगर ग्रामीण क्षेत्र में विकास की नयी कहानी गढ़ रहा है. परियोजना प्रमुख ने बताया कि यह हर्ष की बात है कि एनटीपीसी नवीनगर के प्रयासों से ग्रामीण इलाकों में सकारात्मक बदलाव आ रहा है. हम अपने आसपास के गांव के निवासियों को अपने परिवार स्वरूप मानते हैं. श्री बेहेरा ने कहा कि हम ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ग्रामीणों के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास जारी रहेगा.बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर
परियोजना के अधिकारी ने बताया कि सामाजिक दायित्व के तहत आसपास के ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दिया जा रहा है और यह प्राथमिकता है. नवीनगर एनटीपीसी स्थानीय बच्चों के लिए शैक्षिक संस्थानों में सुविधाओं का विकास और स्कूलों में बुनियादी संसाधनों का सहयोग प्रदान कर रहा है. वहीं ग्रामीण इलाकों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर, एंबुलेंस सेवा और स्वास्थ्य केंद्रों के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. गांवों में सड़क, पेयजल, सामुदायिक केंद्र और स्वच्छता सुविधाओं को बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

