औरंगाबाद ग्रामीण. शहर के वार्ड नंबर पांच नागा बिगहा में 25 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. मृत युवक की पहचान मदनपुर प्रखंड के सलैया थाना क्षेत्र के बेरी टोले बरई बिगहा गांव निवासी प्रेम चौरसिया के पुत्र दीपू कुमार उर्फ छोटू के रूप में हुई है. हालांकि, युवक ने फांसी क्यों लगायी इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है. मामला संदेह के घेरे में हैं. सोमवार की सुबह घटनास्थल पर मौजूद भाजपा नेता व जिप सदस्य प्रफुल सिंह ने बताया कि 18 मई यानी रविवार को युवक के पिता प्रेम चौरसिया ने फोन कर बताया कि उनका बेटा फोन करने पर दो दिनों से कॉल नहीं उठा रहा है. उन्होंने उसके कमरे में जाकर घटना की जानकारी लेने को कहा. जब प्रफुल्ल सिंह ने युवक के कमरे के पास देखा, तो उसकी बाइक बाहर खड़ी थी और दरवाजा बंद था. कुछ संदेह नहीं हुआ. उन्होंने पिता को कहा कि वह अभी सो रहा होगा. उसका दरवाजा बंद है और गाड़ी बाहर लगी हुई है. जब रविवार की रात तक युवक ने अपने पिता का फोन नहीं उठाया और दरवाजा नहीं खोला, तो युवक के पिता ने सोमवार की सुबह भी प्रफुल्ल सिंह से संपर्क किया. इसके बाद प्रफुल्ल सिंह का पुत्र और उनका ड्राइवर दोनों दीपू के कमरे में झांक कर देखे, तो अंदर से दरवाजा बंद था. इसके बाद प्रफुल्ल सिंह का ड्राइवर छत से फांदकर अंदर कमरे में गया, तो देखा कि दीपू फांसी के फंदे से लटका हुआ है और अंदर से बदबू आ रही है. इसके बाद वह चीखने-चिल्लाने लगा. चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी. प्रफुल सिंह ने घटना की सूचना मृतक के पिता प्रेम चौरसिया को दी. सूचना पर उसके पिता व परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और शव देख चीत्कार उठे. कुछ ही क्षण में नगर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और परिजनों के सहयोग से फंदे से झूल रहे युवक के शव को नीचे उतरवाया. पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया करायी और दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया.
16 मई को दीपू के कमरे पर आये थे पिता
मृतक दीपू के पिता प्रेम चौरसिया ने बताया कि वे 16 मई को दीपू के कमरे पर आये थे. वह औरंगाबाद में किराये पर रूम लेकर अकेला रहता था और रमेश चौक व सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के आसपास मोबाइल कवर बेचने का काम करता था. 16 मई को जब वे कमरे पर आये तो वह दुकान खोलने नहीं गया था. पूछने पर बताया कि अभी धूप ज्यादा है. शाम ढलने पर वह दुकान खोलेगा. इसके बाद वे मुलाकात कर चले गये और उसी रात से उससे बात नहीं हुई. पिता ने बताया कि जब अगले दिन फोन किया तो नहीं उठाया. लगातार दो दिनों तक फोन करते रहे, लेकिन दीपू से कोई संपर्क नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने जिला पार्षद प्रफुल सिंह से संपर्क की तो दुखद घटना की जानकारी मिली.
साक्ष्य संकलन में जुटी एफएसएल की टीम
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवक ने दो दिन पहले ही फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली थी. हालांकि, इसकी जानकारी किसी को नही थी. वह कमरें में अकेला रहता था. अगर कोई साथ में रहता, तो घटना की जानकारी मिलती और किसी पर संदेह भी होता. लगातार दो दिनों तक फंदे से लटके होने के कारण उसका शव बदबू देने लगा था. इधर, घटना की सूचना पर एसएफएल की टीम पहुंची और साक्ष्य संकलन में जुट गयी. टीम को घटनास्थल से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है. नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नागा बिगहा रोड स्थित एक मकान में एक युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की गयी है. वैसे युवक ने दो या तीन दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या की है. किसी को जानकारी न होने के कारण उसका शव बदबू दे रहा था. साक्ष्य संकलन के लिए एफएसएल की टीम जांच पड़ताल में जुटी हुई है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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