हसपुरा. सरकार एक तरफ ऐलान करती है कि कोई भी गांव, टोला सड़क विहीन नहीं रहेगा. लेकिन आज भी टाल पंचायत के मंगर बिगहा गांव पक्की सड़क से नहीं जुड़ सका. ग्रामीणों ने बताया कि हसपुरा बाजार के कनाप रोड, कंचननगर, अमृत नगर, फतेगंज होते हुए बाबू अमौना नहर पुल तक जाने वाली पक्की सड़क में मंगर बिगहा गांव पड़ती है, जो पक्की सड़क लगभग 500 मीटर दूर है. बावजूद अब तक पक्की सड़क गांव तक नहीं पहुंच सका. ऐसे में जर्जर हालत में कच्ची रास्ता गांव तक पहुंचती है, जहा सर्दी व गर्मी में तो आना-जाना हो जाता है, लेकिन बरसात में गांव तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है. मंगर बिगहा गांव के शिक्षक अरुण सिंह ने पक्की, सडक तक पहुंचने के लिए अपनी निजी जमीन भी दिया है, लेकिन सरकारी उदासीनता से गांव तक पक्की सड़क नहीं बन सकी. काफी जद्दोजहद करने के बाद प्राथमिक विद्यालय गांव में खुला, जिसका लाभ बच्चों को मिलना शुरु हुआ, लेकिन उसे भी बगल के स्कूल चौराही विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया, जहां आने-जाने में सड़क नहीं रहने से बच्चों को परेशानियां हो रही है. बच्चे पगडंडी के सहारे आते-जाते हैं. गांव दक्षिण व उत्तर दोनों तरफ पक्की सड़क है. दोनों सड़क के बीच में मंगर बिगहा गांव है, जहां आज भी पक्की सड़क से मंगर बिगहा गांव नहीं जुड़ सका.
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