परिजनों ने पहले ही पुतला जलाकर किया था अंतिम संस्कार, गुरुवार को ही श्राद्ध कर्म हुआ संपन्न औरंगाबाद ग्रामीण. नवीनगर प्रखंड के माली थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव स्थित सिमरी घाट के समीप भैंस चराने के दौरान पुनपुन नदी में डूबने से 65 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गयी थी. मौत के 21 दिन बाद शुक्रवार को घटनास्थल से लगभग आधे किलोमीटर दूर से शव बरामद किया गया है. मृतक की पहचान थाना क्षेत्र के ही मोती बिगहा गांव निवासी जगदीश यादव के रूप में नही है. पता चला कि वे विगत आठ अगस्त को माली थाना क्षेत्र के पांडेपुर गांव स्थित सिमरी घाट के समीप भैंस चराने के दौरान पैर फिसलने से पुनपुन नदी में गिर गये थे. नदी में अधिक पानी तथा तेज बहाव होने के कारण उसका पता नहीं चल सका था. घटना के बाद आसपास मौजूद लोगों द्वारा इसकी जानकारी परिजनों तथा ग्रामीणों को दी गयी थी. सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे. स्थानीय गोताखोरों द्वारा नदी में डूबे वृद्ध के शव को ढूंढने की कोशिश की गयी थी. ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी. एसडीआरएफ की टीम द्वारा भी नदी में दो दिनों तक शव की खोजबीन की गई थी, लेकिन कही पता नहीं चला था. अंततः निराश होकर परिजनों ने पुतला जलाकर अंतिम संस्कार कर दिया था. गुरुवार को ही उसकी श्राद्ध कर्म संपन्न हुआ था और शुक्रवार को मछुआरे नदी में मछली पकड़ने पहुंचे तो झाड़ी में फंसा हुआ शव दिखा. हालांकि, शव पूरी तरह से सड़ चुका था. नदी में शव मिलने की सूचना पर परिजन वहां पहुंचे तथा कपड़े के आधार पर उसकी पहचान जगदीश यादव के रूप में की गयी. इसके बाद ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी माली थाना की पुलिस को दी गयी. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम वहां पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. इसके बाद दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. थानाध्यक्ष दीपक कुमार राय ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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