मुखिया व सरपंच की उपस्थिति में सहमति पत्र बना कर कराया गया समस्या का समाधान ओबरा. ओबरा थाना क्षेत्र के कारा गांव में शव दफनाने को लेकर अचानक विवाद उभर गया. देखते-देखते लोगों की भीड़ जमा हो गयी. शुरू में दोनों पक्षों में बातचीत का दौर चला, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. मजमा होने की सूचना मिलते ही बीडीओ मो यूनुस सलीम, सीओ हरिहरनाथ पाठक, थानाध्यक्ष नीतीश कुमार दलबल के साथ पहुंचे व दोनो पक्षों के लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों पक्ष सुनने को तैयार नहीं थे. ऐसे में दाउदनगर एसडीओ अमित कुमार राजन व एसडीपीओ अशोक कुमार दास दलबल के साथ पहुंचे व स्थिति से अवगत हुए. मुखिया व सरपंच की उपस्थिति में एक सहमति पत्र अल्पसंख्यक परिवारों से बनाया गया व समस्या का समाधान कराया. इधर, जानकारी मिली कि ओबरा मुख्यालय के 70 वर्षीय मो रहमान वारसी की रविवार की शाम मौत हो गयी थी. उनके बेटे व परिजन शव को कब्रिस्तान न ले जाकर अपने निजी जमीन कारा बाजार के पुल के समीप दफनाना चाह रहे थे, जिसके विरोध में कई लोग खड़ा हो गये और दफनाने पर रोक लगा दी. एक पक्ष के लोगों का कहना था कि शव को दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले जाया जाये. उसी के बगल में होलिका दहन यानी सम्मत भी जलाया जाता है. वैसे स्थिति में चिंगारी उड़कर मजार पर आने की संभावना बनी रहेगी. मृतक के पुत्र राहत अली के साथ अन्य परिजनों ने कहा कि उनके पिताजी एक संत व्यक्ति थे. मरने के पहले ही कहा करते थे कि उनका शव निजी जमीन पर दफनाकर उसी पर मजार बना देना. वहीं परिवार के लोगों ने यह भी कहा कि वे अपने निजी जमीन पर ही दफन कर मजार बनाकर घेरा बंदी करेंगे, ताकि घेराबंदी होने के बाद यह मजार घेरे के अंदर रहे. एसडीओ अमित कुमार राजन व एसडीपीओ अशोक कुमार दास ने मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. बताया गया कि शव दफनाने के बाद 15 अक्तूबर से पहले मजार की बाउंड्री करायी जायेगी और आगे से रास्ता दिया जायेगा. इसके बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी. अंतत: शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि मो सफी अहमद, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि अरुण कुमार सिंह व सरपंच उमा सिंह उर्फ संजय यादव की उपस्थिति में परिजनों द्वारा सहमति पत्र बनाया गया. थानाध्यक्ष नीतीश कुमार ने बताया कि मृतक का शव उनके परिजनों द्वारा अपने निजी जमीन में ही शव दफनाया जा रहा है और उनके द्वारा शीघ्र चारदीवारी के साथ ढलाई का कार्य 15 अक्तूबर तक पूरी कर ली जायेगी. मौके पर इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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