पत्नी के बार-बार गर्भपात से तंग आकर सुरेंद्र रिकियासन ने लिया था तांत्रिक का सहारा
विकास भुइंया की मदद से सुरेंद्र ने दिया था घटना को अंजाम
औरंगाबाद शहर : तीन दिन पहले यानी 27 मई की रात बरियावा टोले के कटेया गांव के कृष्णा भुइंया की पत्थर से कूच कर हत्या के मामले का खुलासा हो गया है. सलैया पुलिस ने महज तीन दिन के भीतर कृष्णा भुइंया हत्याकांड की गुत्थी सुलझायी है. इस मामले में कटेया के सुरेंद्र रिकियासन उर्फ टरमा और विकास भुइंया को गिरफ्तार किया गया है. एसपी डाॅ सत्यप्रकाश ने प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि 27 मई की रात कृष्णा भुइंया कि हत्या भूत-प्रेत के चक्कर में कर दी गयी थी.
यह काम दो तांत्रिकों के बहकावे में आकर गांव के ही रामस्वरूप रिकियासन और विकास भुइंया ने किया था. एसपी ने बताया कि आरोपित सुरेंद्र रिकियासन की पत्नी दो-तीन बार गर्भवती, पर बाद में उसका गर्भपात हो गया. परेशान सुरेंद्र रिकियासन ने पत्नी को लेकर विभिन्न जगहों पर ओझा भगत से संपर्क किया. किसी ने ओझा रामसिंघा (निवासी-मंगरावा) और भगत भुइंया (निवासी-कटैया) का नाम सुझाया. इन दोनों तांत्रिको ने सुरेंद्र को बताया कि गांव का ही कोई व्यक्ति उसकी पत्नी पर जादू-टोना करता है.
उसको मारने के बाद पत्नी फिर से गर्भवती होगी और वह बाप बनेगा. सुरेंद्र रिकियासन का शक कृष्णा भुइंया पर चला गया और फिर विकास की मदद से सुरेंद्र ने कृष्णा भुइंया की हत्या पत्थरों से कुचल कर कर दी. एसपी ने कहा कि इस मामले में दोनों तांत्रिको पर भी कार्रवाई होगी और उन्हें जेल भेजा जायेगा. गौरतलब है कि कृष्णा भुइंया अपने घर से कुछ पैसा लेकर पशु मेला गया था, लेकिन वह रात तक घर नहीं लौटा. सुबह में कृष्णा का शव चाल्हो पहाड़ के समीप से पुलिस ने बरामद किया था. प्रेसवार्ता के दौरान सलैया थानाध्यक्ष दिलीप मांझी भी मौजूद थे.
अपना धंधा चमकाने के लिए बहकाया तांत्रिकों ने
बरियावा टोला कटेया गांव के कृष्णा भुइंया की हत्या पिछड़ेपन व अशिक्षा की गवाह बनी. गांव के भोले-भाले लोगों को भूत प्रेत,ओझा व डायन के चक्कर में डालकर अपना बाजार चमकाने वाले तांत्रिको की यह एक करतूत है. मंगरावा गांव के तांत्रिक रामसिंघा और कटेया गांव का भगत भुइंया इसका उदाहरण हैं. इन दोनों ने अपना बाजार चमकाने के लिए कृष्णा भुइंया की हत्या करवा दी. पता चला है कि कृष्णा भुइंया भी झाड़-फूंक का काम करता था और उसका काम रामसिंघा व भगत को नागवार गुजर रहा था.
इसी बीच सुरेंद्र रिकियासन इन दोनों के जाल में फंस गया और फिर दोनों तांत्रिको ने अपना बाजार चमकाने के लिए कृष्णा भुइंया को रास्ते से हटाने की साजिश रच दी. एसपी डॉ सत्यप्रकाश ने बताया कि दोनों तांत्रिक मामले में दोषी हैं और उन पर कार्रवाई की जायेगी. एसपी ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि अंधविश्वास नामक बीमारी को आपसी सहयोग व जागरूकता के साथ दूर करे. बीमारी की हालात में ओझागुनी के बजाय डॉक्टर का सहारा लें.