औरंगाबाद नगर : बिहार में गिरते कानून व्यवस्था व किसानों का कर्ज माफ करने को लेकर शनिवार को हिंदुस्तानी अवाम मोरचा के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया,जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अखिलेश मेहता व संचालन युवा जिलाध्यक्ष मितेंद्र कुमार सिंह ने किया. धरना को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव सुनील चौबे ने कहा कि बिहार में लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है. बिहार की सरकार सस्ती लोकप्रियता बटोरने में डुबी हुई है,जबकि किसान लगातार कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा का शिकार हो रहे है.
कभी खरीफ के मौसम में वर्षा के अभाव के कारण फसल मारी जाती है तो कभी अधिक वर्षा और ओलावृष्टि होने के कारण रबी फसल नष्ट हो जाता है. बावजूद बिहार सरकार द्वारा किसानों को किसी प्रकार की न तो मुआवजा दे रही है और न ही कर्ज माफ कर रही है. यही नहीं बिहार की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गया है. दिन दहाड़े हत्या,लूट,बलात्कार, भ्रष्टाचार की घटनाएं घट रही है. यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो विवश होकर उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ेगा.