केशव कुमार सिंह, औरंगाबाद
बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए तीन वर्ष हो गये और इसका असर भी देखने को मिल रहा है, लेकिन जिनके कंधों पर इस कानून के अनुपालन की जिम्मेवारी है वे खुद कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और मनमानी पैसे लेकर शराब कारोबारियों को छोड़ दे रहे हैं. यही कारण है कि शराब के धंधे से जुड़े लोगों का मनोबल बढ़ रहा है और वे बेखौफ होकर शराब बेच रहे हैं.
इसका खुलासा तब हुआ जब खैरा थाना की पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक वाहन से दो हजार देशी पाउच शराब को जब्त करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर थाने लायी. लेकिन थाने के मुंशी ने पैसे के लालच में मंटू कुमार सिंह, मंगल सिंह को न सिर्फ थाने से छोड़ दिया, बल्कि फोन कर पैसे की मांग की.
जब इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को मिली तो उन्होंने पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेवारी एसडीपीओ को दी. जांच के क्रम में बात सत्य पाया गया. जिसके बाद थाना के मुंशी रजनीश कुमार रंजन को गिरफ्तार कर लिया गया.
इधर जानकारी देते हुए एसडीपीओ अनूप कुमार ने बताया कि इस गंभीर आरोप में मुंशी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जा रहा हैं. वहीं, पूरे मामले की जांच की जा रही है. साथ ही साथ शराब कारोबारी को भी गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी जारी है. इस मामले में जो भी लोग दोषी होंगे सभी लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई होगी.