औरंगाबाद कार्यालय : वैसे तो औरंगाबाद सदर अस्पताल में एंबुलेंस की संख्या पांच है. 102,108 और 1099 की सेवा रेफर मरीजों को दी जाती है. साथ ही किसी दुर्घटना में या अस्वाभाविक मौत होने के बाद शव को घर पहुंचाने के लिए शव वाहन की भी व्यवस्था है, पर ये सारी सेवाएं बेकार साबित हो रही हैं.
गंभीर मरीज को अगर एक घंटे के भीतर किसी अस्पताल में पहुंचाना हो, तो संभव है कि उसे एंबुलेंस सेवा का फायदा नहीं मिल पायेगा और उसकी जान भी जा सकती है. रविवार की सुबह सदर अस्पताल में जब एंबुलेंस सेवा की पड़ताल की गयी, तो एंबुलेंस प्रोवाइडर एजेंसी ने लगभग 45 मिनट की देर कर दी. विनोद कुमार नामक व्यक्ति ने 102 एंबुलेंस कंपनी को यह कहते हुए सेवा