औरंगाबाद शहर : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने रामनवमी की घटना को लेकर शुक्रवार को प्रेसवार्ता की. लोजपा के जिला कार्यालय में पार्टी के मगध प्रभारी प्रमोद सिंह के साथ निर्दोषों को न्याय व दोषियों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष करने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि रामनवमी झड़प मामले में जिला प्रशासन समेत नेताओं की भूमिका की जांच होनी चाहिए. इसमें जो भी दोषी पाये जाये, उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि मामले में जिस तरह से निर्दोषों को फंसाया जा रहा है,
वह काफी निंदनीय है. निर्दोषों को फंसाने का कार्य कुछ लोगों के इशारे पर किया जा रहा है. कहा कि वे डीजीपी से मिल कर मामले की जांच के लिए जो एसआईटी बनी है, उसकाे तत्काल भंग करने व किसी दूसरे जिले के आइपीएस या एएसपी रैंक के अधिकारी जो एसआईटी काे जिम्मा देने की मांग की है.
एसडीपीओ पर भी आरोप : एसडीओ पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि रामनवमी जुलूस में किसी खास व्यक्ति को लेकर निर्दोष पैक्स अध्यक्ष राजू सिंह व कपिल सिंह का नाम कांड में शामिल कर जेल भेजवाया गया. एसपी का शुक्र है कि उन्हें वोट देने के लिए मौका दिया गया. पूर्व मंत्री ने कहा कि रामनवमी जुलूस की घटना के पीछे बहुत बड़ी साजिश है. निर्दोषों को फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे अब्दुलाह राजा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. उसे पीटकर सादे कागज पर हस्ताक्षर लिया गया है. इसकी शिकायत राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से भी करेंगे. रिउन्होंने कहा कि वे सरकार से मांग करते हैं कि जबतक एसआईटी की जांच चल रही है. तब तक यहां के पदाधिकारियों, सांसद, विधायक, मेरा व प्रमुख लोगों के मोबाइल टेप हो.
मिलेंगे सीएम से भी : पूर्व मंत्री ने कहा कि जब यहां से न्याय नहीं मिलेगा तो निर्दोषों को बचाने के लिए वह दोनों पक्षों के साथ मुख्यमंत्री से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि दोषी चाहे जो भी, उसे सजा दिलायेंगे. प्रेस वार्ता में कोऑपरेटिव अध्यक्ष मुन्ना सिंह, लोजपा मीडिया प्रभारी सुधीर शर्मा, दलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय पासवान, विजय सिंह, महिला अध्यक्ष पूनम देवी, रेणु देवी, सत्येंद्र सिंह, पुजारी पासवान आदि मौजूद थे. इसके बाद पूर्व मंत्री, लोजपा नेता प्रमोद सिंह जेल में बंद लोगों से मिले और लोगों से भी मुलाकात कर दोषियों को सजा दिलाने की अपील की.