औरंगाबाद शहर : पूर्व मंत्री डाॅ सुरेश पासवान ने कहा कि गुजरात चुनाव में भाजपा अपनी पराजय को देखते हुए आनन-फानन में जीएसटी काउंसिल की बैठक में वस्तुओं को 28 प्रतिशत के टैक्स दायरे से निकाल कर 18 प्रतिशत के दायरे में लाने का फैसला किया है. यह फैसला साबित करता है मोदी सरकार जनता पर जीएसटी जल्दीबाजी में लागू किया था.
पहले टैक्स बढ़ाकर देश के अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया. जनता गुजरात में बदलाव करने का मुड बना चुकी है. चुनाव आयोग ने चुनाव का अधिसूचना जारी करते हुए कहा था कि गुजरात के साथ-साथ केंद्र सरकार भी चुनाव आचार संहिता के दायरे मे रहेगी. इसलिए चुनाव आयोग को देखना चाहिए कि गुजरात के मतदाताओं को लुभाने के लिए ही जीएसटी काउंसिल की बैठक में टैक्स दर में बदलाव का निर्णय आनन-फानन में लिया गया है.