अरवल, ग्रामीण : पिछले कई दिनों से तेज पछुआ हवा बहने से किसानों के चेहरे पर उदासी दिखने लगी है. तेज पछुआ हवा चलने के कारण जिले क्षेत्र के खेतों में लगाये गये रबी की फसलों को नुकसान होने की बात किसानों द्वारा बतायी जा रही है. जिन किसानों द्वारा पीछे रबी की बुआई की गयी है उनके फसलों को सूखने का भय किसानों को सता रहा है.
इस दौरान जिले क्षेत्र में लगाये गये गेहूं , खेसाड़ी, तेलहन, चना, मटर की पौधों में अभी फूल लगना ही प्रारंभ हुआ कि जारी तेज पछुआ हवा उक्त फसलों के फूल को झाड़ने का कार्य करने लगी है. कई किसानों ने गेहूं कि फसलों को पटवन करने के लिए तैयारी कर रहे थे तो कई किसानों ने अपने खेतों में सिंचाई कर दिया है. उन लोगों का कहना है कि तेज हवा बहने के कारण खेतों में लगे फसल गिरने लगी है. फसल गिरने के कारण उपज कम होने की चिंता सताने लगी है. वहीं तेलहनी फसलों की देर से बुआई करने वाले किसानों का कहना है कि तेज हवा बहने के कारण खेतों में फूल झड़ने लगा है.
अगर यह हवा 15 से 20 दिनों के बाद बहती तो उपज में काफी वृद्धि होती. किसान रामप्रवेश राम, सुनील कुमार, युगल किशोर सिंह, रवि कुमार, अशोक कुमार ने बताया कि इस वर्ष जिले क्षेत्र के कई किसानों द्वारा देर समय से रबी फसल कि बुआई किया गया था. जिसका मुख्य कारण था कि इस वर्ष विगत वर्षों की अपेक्षा बारिश होना बताया गया है. बारिश अधिक होने के कारण खेतों में नमी रहने के कारण रबी फसलों की बुआई देर से हुई. कई किसानों ने अपने खेतों में लगाये गेहूं की फसल का पहला पटवन ही किया है.