गोदमें नौनिहाल मां-बेटे दोनों पसीने से लथपथ. मासूम की किलकारियों से माहौल में खुशहाली का आलम था. सुबह 11 बजे जीए हाइस्कूल बूथ नंबर 18 पर अपनी गोद में मासूम को पुचकारती महिलाएं वोट देने के लिए अपनी बारी का इंतजार करती हुईं. लोकतंत्र के त्योहार में शरीक होने के लिए तत्पर थीं.
बच्चे को घर पर अन्य परिजनों के हवाले देखभाल को छोड़ने के सवाल पर कहा कि मतदान भी जरूरी है. सो, बच्चे को साथ लेकर ही वोट देने आ गयीं. रुनझुन, रंजु, ममता देवी, रुणा देवी, रूबी कुमारी आदि महिलाओं ने कहा कि वोटिंग के लिए उन्होंने सारे काम ताक पर रख दिये. बतौर मां अपनी भूमिका निभाने के बारे में कहा कि वोट कराना आज के समय की नजाकत है.
लिहाजा बच्चे को साथ लेकर ही इस महती अभियान में शामिल होने निकल पड़ी. इधर, बूथ संख्या 41, सैदपुर ढ़ावा में भी वोट की बारी के इंतजार में कतार में खड़ी हुई कई महिलाएं गोद में बच्चा लेकर मतदान को आईं थी. महिलाओं ने कहा कि लोकतंत्र के आगे तमाम जिम्मेवारियां छोटी हैं. वोट देकर बड़ी सुकून मिला.