अरवल : आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी को विभाग से अनुबंधित निजी अस्पतालों में इलाज का मिलेगा सुविधा. जहां पर वे अपना इलाज निःशुल्क करा सकेंगे. मरीजों को छह लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज हो सकेगा.
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सरकार मानक पूरा करने वाले निजी अस्पतालों से करेगी अनुबंध
अरवल : आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी को विभाग से अनुबंधित निजी अस्पतालों में इलाज का मिलेगा सुविधा. जहां पर वे अपना इलाज निःशुल्क करा सकेंगे. मरीजों को छह लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज हो सकेगा. हालांकि अरवल का कोई निजी अस्पताल अनुबंध के मानक को पूरा नहीं करता है जिस कारण जिला में […]
हालांकि अरवल का कोई निजी अस्पताल अनुबंध के मानक को पूरा नहीं करता है जिस कारण जिला में किसी निजी नर्सिंग होम को अनुबंधित नहीं किया जा सका. स्वास्थ्य विभाग की माने तो सभी मानकों को पूरा करनेवाले अस्पतालों को योजना से जुड़ना है. जिले में जिसने भी अस्पताल मानकों को पूरा करती है सभी को इस योजना से जोड़ना है. जिसकी संख्या निर्धारित नहीं की गयी है.
अस्पतालों के लिए गाइडलाइन :मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में दस बेड हो, 24 घंटे चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी की उपस्थिति और मरीजों की देखभाल की व्यवस्था, 24 घंटा बिजली या अन्य सुविधा की उपलब्धता, परिसर में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, कचरा फेंकने तथा नष्ट करने का ठोस इंतजाम, जांच केंद्र व दवा का इंतजाम, एक्स रे, ऑक्सीजन सहित कई अन्य आवश्यक सुविधा की उपलब्धता का पालन करना आवश्यक है.
आयुष्मान भारत योजना के लागू होने से समाज के वंचित, पिछड़े, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों को योजना का लाभ मिलता है. इस योजना के अंतर्गत सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना में चिह्नित परिवारों के अतिरिक्त स्वतः सम्मिलित श्रेणियों एवं शहरी क्षेत्र के 11 कामगार श्रेणियों जैसे कि कचरा उठाने वाले, फेरी वाले इत्यादि को योजना का लाभ मिलता है.
जिले में 38391 लोगों को मिल चुका है गोल्डन कार्ड :गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले 38 हजार 391 लोगों को अब तक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड का वितरण किया जा चुका है.
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कुल 1486 बीमारियों के इलाज को सम्मिलित किया गया है. इलाज के दौरान दवा, जांच एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआइ. आदि पूर्णतया निःशुल्क होती है. इस योजना के अंतर्गत पात्र परिवार के सभी सदस्य योजना के पात्र रहते है. अर्थात सदस्यों की संख्या, आयु सीमा एवं लिंग की बाध्यता नहीं होती है.
बोले पदाधिकारी
आयुष्मान भारत योजना लाभार्थी के इलाज के लिए जिला से चार निजी नर्सिंग होम ने ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन जब जांच किया गया तो जो मानक निर्देशित किया गया है, उस मानक को कोई पूरा नहीं कर पाया जिसके कारण जिला से किसी नर्सिंग होम को अनुबंधित नहीं किया जा सका.
डॉ अरविंद कुमार, सीएस, अरवल
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