अरवल ग्रामीण : जिले में ब्लड बैंक नहीं रहने के कारण लोगों को इलाज कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शहर में सदर अस्पताल की स्थापना हुए कई वर्ष बीत गये मगर ब्लड बैंक की स्थापना अभी तक नहीं हो सकी है. जिले में आये दिन घटना -दुर्घटना के कारण गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल में आया करते हैं. उनका इलाज करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसका मुख्य कारण ब्लड बैंक का सदर अस्पताल में नहीं रहना माना जाता है.
चिकित्सकों द्वारा गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति को प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें पीएमसीएच रेफर करना उचित समझते हैं. चिकित्सकों का भी कहना है कि अगर सदर अस्पताल में ब्लड बैंक होता तो गंभीर रूप से जख्मी मरीजोंं का भी काफी हद तक इलाज करना संभव होता. सरकार द्वारा एक ओर सदर अस्पताल में ऑपरेशन करने के लिए सुविधा प्रदान कर दी गयी है वहीं दूसरी ओर ब्लड बैंक की स्थापना नहीं होने के कारण कई ऐसे मरीज जिसको ब्लड की कमी रहने पर इलाज करने में चिकित्सकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ब्लड बैंक नहीं रहने के कारण ऑपरेशन करने में भी चिकित्सकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आर्थिक रूप से संपन्न व्यक्ति तो इधर -उधर भाग -दौड़ कर ब्लड इकट्ठा कर भी लेते हैं, मगर आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को ब्लड संग्रह करने में काफी परेशानी होती है. बताते चलें कि 15 मार्च को सदर अस्पताल में पूर्व से ही ब्लड डोनेट कैंप का आयोजन किया गया थ,ा मगर इस तिथि को एक यूनिट भी ब्लड संग्रह नहीं हो सका. इस संबंध में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजकुमार शर्मा ने बताया कि ब्लड बैंक की स्थापना के लिए पत्राचार किया गया है. आदेश आने के बाद सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना की जायेगी. ब्लड डोनर के लिए प्रचार -प्रसार का कार्य किया गया है.