अरवल : सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टर की लापरवाही एवं व्यवस्था की कमी होने के कारण नवजात बच्चे की मौत के विरोध में कार्रवाई के लिए जिला परिषद अध्यक्ष रंजय कुमार ने जिला पदाधिकारी को अनुशंसा की है. अनुशंसा- पत्र में बताया गया है कि सदर अस्पताल में डॉक्टरों के द्वारा मरीजों के इलाज में घोर लापरवाही बरतने एवं व्यवस्था में पूर्ण कमी होने के कारण मरीजों को काफी नुकसान हो रहा है. इसके लिए कठोर कदम उठाया जाये.
दिए गये पत्र में बताया गया है कि 28 फरवरी को संध्या सदर अस्पताल में प्रसव के लिए प्रमोद कुमार निवासी गांव डंगराहार ने अपनी पत्नी रुणि कुमारी की नामांकन कराया थी, उसे एक लड़का पैदा हुआ. उक्त लड़का को डॉक्टरों के द्वारा एसएनसीयू में भर्ती कराया गया. एसएनसीयू में तैनात डॉ आशुतोष कुमार परिजनों को हमेशा आश्वस्त करते रहे कि बच्चा बिल्कुल सही है. दूसरे शिफ्ट में डॉ मनोज कुमार एवं एएनएम ज्योति के द्वारा परिजनों को आश्वस्त किया गया लेकिन चिकित्सकों की लापरवाही से जब रात्रि में तैनात गार्ड द्वारा बताया गया कि आपका बच्चा मर गया है.
इस संदर्भ में जांच किया की गयी तो तैनात चिकित्सक की लापरवाही सामने आयी है. साथ ही मौके पर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल उपाधीक्षक एवं अस्पताल प्रबंधन का मोबाइल नंबर भी बंद पाया गया. इन्होंने लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर और नर्स पर कठोर कार्रवाई की जाये, ताकि भविष्य में और किसी भी बच्चे की लापरवाही के कारण जान न गंवाना पड़े.