अरवल : पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार मिश्र की अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में सभी थानाध्यक्षों के साथ मासिक अपराध गोष्ठी की बैठक की गयी. इस दौरान थानाध्यक्षों को विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कई प्रकार के आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया. बैठक को संबोधित करते हुए एसपी ने कहा कि विधि-व्यवस्था के प्रति जो भी पुलिसकर्मी लापरवाही बरतेंगे उन पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बिहार को नशामुक्ति के लिए कानून बनाया गया है.
इसके तहत शराब पीना, बेचना और निर्माण करना एक कानूनी अपराध है. सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में इस पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया. शराब पीने, बेचने व बनाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने को कहा गया. वहीं बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष रूप से पहल की जा रही है. इसके तहत बाल विवाह, दहेज प्रथा एक कानूनी अपराध है जिस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिसकर्मियों को तत्परता पूर्वक कार्य करने को कहा गया. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर पुलिसकर्मियों को कई प्रकार के दिशा-निर्देश दिये गये.
जिला क्षेत्र में विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कई प्रकार के आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस व सरस्वती पूजा के दौरान विशेष चौकसी बरतें. सभी पूजा कमेटियों को लाइसेंस निर्गत करने के बाद ही मूर्ति विसर्जन और मूर्तियां स्थापित करने का निर्देश दिया गया. जो पूजा कमेटी आवेदन नहीं देंगे उन्हें मूर्ति विसर्जन के लिए अनुमति नहीं देने की बात कही गयी. जिला क्षेत्र के सभी पेट्रोल पंप एवं एटीएम की निगरानी निरंतर करने को कहा गया. फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया. साथ ही अपराधियों पर पैनी नजर रखने के लिए निर्देश दिया गया. वैसे अपराधी जो हाल फिलहाल में जेल से आये हैं उनकी गतिविधियों पर विशेष रूप से ध्यान देने को कहा गया, ताकि अपराधियों के मनसूबों को चकनाचूर किया जा सके. मानव शृंखला को सफल बनाने में सभी पुलिसकर्मियों को सहयोग करने को कहा. इस दौरान डीएसपी शैलेंद्र कुमार, पुलिस निरीक्षक, सभी थानाध्यक्ष, ओपी अध्यक्ष के अलावा अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे.