आरा.
सदर अस्पताल में इलाज के साथ मरीज की झाड़-फूंक कराने की फिर एक घटना सामने आयी है. इसका वीडियो भी सामने आया है. उसमें अस्पताल में इलाज के दौरान एक शख्स को किशोरी का झाड़-फूंक करते देखा जा रहा है. उसे मंत्रोच्चार के बीच किशोरी को बोतल से पानी पिलाते देखा जा रहा था. यह घटना गुरुवार की दोपहर है. दरअसल उदवंतनगर थाने के सेवगार गांव में गुरुवार को एक किशोरी को छिपकली ने काट लिया. उसके बाद इलाज के लिए उसे उदवंतनगर सीएचसी ले जाया गया. वहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल में अभी इलाज की प्रक्रिया चल रही थी, की इसी दौरान सदर अस्पताल से ही परिजनों द्वारा झाड़-फूंक कराने के लिए एक शख्स को बुलाया गया. उस शख्स द्वारा अस्पताल परिसर में ही किशोरी का झाड़-फूंक किये जाने लगा. झाड़-फूंक करनेवाले शख्स का कहना था कि लड़की को ऊपरवार है. यानी उसे किसी द्वारा जादू-टोना कर दिया गया है. इधर किशोरी के परिजनों का कहना था बताया कि छिपकली ने उसे काट लिया था. उसके बाद उसकी तबीयत काफी खराब हो गयी. अत्यधिक देर होने की वजह से उसकी नींद नहीं खुल रही थी और वह बेहोश हो जा रही थी. इलाज और झाड़-फूंक के बाद वह ठीक है. वहीं इस घटना को देखने के लिए सदर अस्पताल में पहले से अपने मरीजों का इलाज कराने के लिए पहुंचे परिजनों का जमावड़ा लग गया. इस दौरान मौजूद लोग कई तरह की बातें करते दिखे. कुछ लोग इसे आज के वैज्ञानिक युग में अंधविश्वास कह रहे थे, तो कुछ लोग अस्पताल प्रशासन पर इस तरह की घटना को नहीं रोके जाने को लेकर गुस्से का भी इजहार कर रहे थे. लोगों का कहना था कि इस स्थिति में तो मरीजों और उनके परिजनों का डॉक्टर से विश्वास से उठने लगेगा और ऐसी स्थिति में लोगों की जाने जा सकती हैं. अस्पताल परिसर में इस तरह की घटना को रोकना जरूरी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है