नियमित रूप से नहीं की जाती है सफाई : नगर निगम द्वारा सड़कों की सफाई नियमित रूप से नहीं की जाती है. इससे सड़कों पर तथा सड़कों के किनारे पसरे कचरे से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. कचरे की दुर्गंध से आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. फिर भी निगम सुस्त पड़ा हुआ है. निगम के गठन के शुरुआती दौर में प्रतिदिन रात में कूड़ा को उठाया जाता था.इसके लिए बड़ी गाड़ी का उपयोग होता था. पर अब ऐसा नहीं हो रहा है. गाड़ी से कूड़े का उठाव नहीं किया जाता है. इसे लेकर नगरवासियों में काफी आक्रोश बना हुआ है.
बीमारी फैलने का बना रहता है भय : सड़कों पर पसरे कचरे के कारण हमेशा बीमारी फैलने का भय बना रहता है. कचरे से कई तरह के जीवाणुओं के पैदा होने से कभी भी बीमारी होने की स्थिति बनी रहती है. हर जगह कचरे का साम्राज्य बना रहता है.सुबह 10 बजे के करीब उठाया जाता है कचरा, होती है सड़क जाम : आलम यह है कि दिन के सुबह 10:00 बजे के करीब बाद कचरा उठाया जाता है. इस दौरान जेसीबी एवं ट्रक की स्थिति ऐसी होती है कि पूरा सड़क घिर जाता है. इस कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग जाती है. सड़क जाम हो जाता है. लोगों का समय बर्बाद होता है. इसके बावजूद इसमें परिवर्तन नहीं किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि कचरे का उठाव रात्रि 10:00 बजे के बाद किया जाना चाहिए. ताकि यातायात की समस्या नहीं उत्पन्न हो सके. अन्यथा दिन में 10:00 बजे के कारण कई लोगों का कार्यालय छूट जाता है या फिर देर हो जाती है. इससे काफी परेशानी होती है.
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