आरा.
छात्र संगठन आइसा ने जैन कॉलेज प्राचार्य की मनमानी के खिलाफ अनिश्चितकालीन तालाबंदी करने का फैसला लिया है. आइसा जिला सचिव विकास कुमार ने कहा कि शाहाबाद के चर्चित और प्रतिष्ठित जैन कॉलेज है, लेकिन जब से यहां प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार सिंह आये हैं, तब से इस कॉलेज की नारकीय स्थिति बनी हुई है. कॉलेज के भीतर में कई ऐसे विभाग हैं, जिनकी स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है. मनोविज्ञान विभाग, परीक्षा विभाग, भौतिक विभाग तथा बॉटनी विभाग की ऐसी हालत रहती है. लगातार हम तीन वर्षों से हालत देख रहे हैं कि जब भी बरसात का मौसम आता है, इन चारों विभाग में पानी भर जाता है. जब शिक्षक अपने विभाग में बैठते हैं तो कमर कुर्सी पर रहता है और पैर नीचे पानी में तैरता हुआ नजर आता है. 2017 से जैन कॉलेज में महिला कल्पना चावला छात्रावास बना हुआ है, लेकिन अभी तक छात्राओं को आवंटन नहीं किया गया. इस कॉलेज में उनके कामकाज में कोई भी काम सही तरीके से नहीं किया गया है. यहां 16 विभाग हैं. इन विभागों के पास अपना स्वतंत्र शौचालय नहीं है और नहीं पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है. जब लाइट कट जाती है तो कुछ विभाग ऐसे हैं, जिनके पास बैटरी और स्टेपलाइजर उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिससे अंधेरा पसरा रहता है. कैंपस के भीतर में लगातार देखा जा रहा है कि लंपटों का अड्डा बनता जा रहा है. अगर तमाम व्यवस्थाओं को ठीक नहीं किया गया, तो आने वाले समय में निर्णायक लड़ाई लड़ी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है