कोईलवर. कभी एनएच 30 का हिस्सा रही यह सड़क अब कोईलवर रेलवे स्टेशन से मानसिक आरोग्यशाला और रैपिड एक्शन फोर्स के बटालियन मुख्यालय तक जाती है. यह मार्ग रोजाना हजारों यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए जीवनरेखा की तरह है, जो ब्लॉक, थाना, एसडीपीओ कार्यालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा उतर बिहार और उत्तरप्रदेश से बालू लाने वाले हजारों लोड-अनलोड ट्रक भी इसी मार्ग से गुजरते हैं. सड़क की दयनीय स्थिति ने स्थानीय जनता और यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. शनिवार की शाम एक बाइक इस मार्ग पर बने गड्ढों और कीचड़ में घुटनों तक फंस गयी, जिसे निकालने में सवारों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस घटना ने सड़क की खराब हालत और सरकार एवं स्थानीय प्रतिनिधियों की उदासीनता को उजागर कर दिया.
सड़क की जल्द मरम्मत करने की मांग
कोईलवर-बबुरा मार्ग न केवल यातायात का प्रमुख मार्ग है, बल्कि संदेश और बड़हरा विधानसभा क्षेत्र की सीमा का निर्धारण भी करती है. स्थानीय लोग सड़क की सुरक्षा और मरम्मत की मांग कर रहे हैं, ताकि यात्री सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें और भारी वाहन मार्ग का उपयोग कर सके. नागरिकों का कहना है कि यदि जल्द ही सड़क की मरम्मत नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में दुर्घटनाओं और यातायात बाधा की समस्या गंभीर रूप ले सकती है.
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