आरा.
नागरी प्रचारिणी सभागार आरा में खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पदाधिकारी तनय सुल्तानिया के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया. मौके पर उन्होंने उपस्थित कृषि विभाग के जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं प्रसार कर्मियों को निर्देश दिया कि प्रखंड स्तरीय कर्मशाला सह प्रशिक्षण एवं पंचायत स्तरीय किसान चौपाल में उपस्थित किसानों से कृषि से संबंधित समस्याओं की चर्चा करें एवं सभी समस्याओं को संकलित कर जिला में उपलब्ध कराये, ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान किया जा सकें. उन्होंने किसान निबंधन कार्य में तेजी लाने एवं अधिक से अधिक इकेवाइसी करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है, यहां किसानों की समस्याओं को सुने एवं समाधान करें. प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय महिला संवाद एवं डॉ आंबेडकर समग्र सेवा अभियान में जाकर योजनाओं की जानकारी दें एवं समस्याओं का समाधान करें. वहीं, जिला कृषि पदाधिकारी को खरीफ महाभियान-2025 के तहत विभिन्न फसलों की उत्पादकता एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम का क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया. विभिन्न उपादानों का वितरण पारदर्शी तरीके से करना सुनिश्चित करें. आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुध्न शाहू ने खरीफ महाभियान 2025 के तहत संचालित योजनाओं को पावर प्वाइंट के माध्यम से जानकारी दी.26 मई से एक जून तक होगा खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रमउन्होंने बताया कि 26 मई से 01 जून, 2025 तक सभी प्रखंड मुख्यालय के प्रखंड कृषि कार्यालय में खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. सहायक निदेशक उद्यान, दिवाकर कुमार भारती ने उद्यान कार्यालय द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किसान उद्यान से संबंधित योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रखंड में जाकर एवं जिला में उद्यान कार्यालय में आकर योजनाओं की जानकारी एवं लाभ प्राप्त कर सकते हैं. किसान निबंधन से संबंधित जानकारी एवं अनुश्रवण के लिए पटना से आए सहायक निदेशक (शष्य) रजनी सिन्हा ने इसमें होने वाली समस्याओं एवं उनके निदान के बारे में जानकारी दी. जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड रंजीत सिन्हा ने नाबार्ड द्वारा संचालित योजनाओं के साथ किसान उत्पादक संगठन पर प्रकाश डाला. डॉ प्रवीण कुमार द्विवेदी ने जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम से संबंधित जानकारी दी एवं वैकल्पिक फसल के रूप में मोटे अनाज की खेती के महत्व के बारे में बताया. कृषि विज्ञान केंद्र आरा के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान ने बदलते परिवेश में धान की खेती, जीरो टीजेज सीड ड्रील आदि के बारे में प्रकाश डाला. सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण राजकुमार ने यांत्रिकीकरण के बारे में जानकारी दी. मत्स्य विकास पदाधिकारी गुडू कुमार ने मत्स्य विभाग की योजनाओं एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी ने पशुपालन विभाग के योजनाओं की जानकारी दी. जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मदन सिंह ने फसल जांच कटनी के बारे में विस्तार से बताया. अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सदर आरा रश्मि मेहता ने बीज उत्पादन कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी. उन्होंने खरीफ महाभियान 2025 के तहत प्रखंड स्तरीय कर्मशाला एवं प्रशिक्षण के क्रियान्वयन अनुदेश के साथ-साथ बिहार कृषि ऐप की जानकारी दी. कार्यक्रम में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, पीरो, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी,प्रशिक्षु प्रखंड कृषि पदाधिकारी सभी कृषि समन्वयक सभी प्रखंड उद्यान पदाधिकारी सभी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सभी सहायक तकनीकी प्रबंधक के साथ सभी किसान सलाहकार उपस्थित थे.
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