आरा. अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के अमेहता गांव में गुरुवार की रात जमीन के विवाद में चाचा ने अपने ही भतीजे की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी. इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया. घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मची रही. जानकारी के अनुसार मृतक अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के अमेहता गांव निवासी स्व रामस्वामी तिवारी के 40 वर्षीय पुत्र प्रभा शंकर तिवारी है. इधर, मृतक के फूफा सत्येंद्र पांडेय ने बताया कि उसके चाचा शरदानंद तिवारी उर्फ चौबेजी से करीब 18 वर्ष से 34 बिगहा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. जिसे लेकर उन लोगों के द्वारा प्रभा शंकर तिवारी के परिवार वाले को पहले से काफी प्रताड़ित किया जाता था. जिसके कारण उसकी मां मीना देवी द्वारा जहर खा लिया गया था. जिससे उनकी मौत हो गयी थी. उसके बाद प्रभा शंकर तिवारी के द्वारा अपने चाचा एवं अन्य लोगों के खिलाफ स्थानीय थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. हालांकि दो वर्ष के बाद हाथ-पैर जोड़कर उनके द्वारा केस को सुलह करा लिया गया था. गुरुवार की रात जब प्रभा शंकर तिवारी अपने दरवाजे पर बैठा था. तभी उसके बड़े चाचा शरदानंद तिवारी उर्फ चौबेजी अपने बेटे पंकज तिवारी एवं विकास तिवारी के साथ अपने हाथों में लाठी-डंडा लेकर आए और उसकी पिटाई कर दी. परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए पीरो पीएचसी से सदर अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सक ने देख उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके पश्चात शुक्रवार की सुबह परिजनों द्वारा इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. वहीं दूसरी ओर मृतक के फूफा सत्येंद्र पांडेय ने उसके बड़े चाचा शरदानंद तिवारी उर्फ चौबेजी व उनके दो पुत्र पंकज तिवारी एवं विकास तिवारी पर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अपने भतीजे की हत्या करने का आरोप लगाया है. बहरहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है. बताया जाता है कि मृतक अपने मां-बाप के इकलौती संतान थे. उनके परिवार में पत्नी सुनीता देवी, तीन पुत्री मुस्कान कुमारी, खुशबू कुमारी, लक्ष्मी कुमारी व दो पुत्र आशुतोष तिवारी एवं दाउजी तिवारी है. घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है. उसकी पत्नी सुनीता देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है