आरा. भाकपा (माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, सांसद सुदामा प्रसाद, काराकाट विधायक अरुण सिंह, डुमरांव विधायक अजित कुमार सिंह और अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन की अगुआई में भाकपा माले का उच्चस्तरीय दल शनिवार को जवइनिया गांव पहुंचा. इस दौरान दल के साथ जिला प्रभारी अभ्युदय, राज्य कमेटी सदस्य व पूर्व आरा उम्मीदवार क्यामुद्दीन अंसारी, केंद्रीय कमेटी सदस्य संतोष सहर, ऐपवा नेत्री इंदु सिंह, शिक्षाविद प्रो. डीएन चौधरी, पर्यावरणविद राजेन्द्र प्रसाद सहित सैकड़ों कार्यकर्ता भी उपस्थित थे. नेताओं ने कटाव स्थल, नौरंगा गांव और बांध पर रह रहे लोगों से संवाद कर उनकी समस्याओं का विस्तार से जायजा लिया. सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि कोईलवर से बक्सर तक पक्का बांध बनाना आवश्यक है, जमीन का पर्चा लौटाया जाना चाहिए और बिलौटी में बसाने का वादा पूरा किया जाना चाहिए. भाकपा (माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अधूरी जमीन-मकान सूची को जल्द पूरा किया जाए और सभी लाभार्थियों को उचित लाभ मिले. उन्होंने चेताया कि लंगर और अन्य राहत कार्यों में आचार संहिता के बहाने रोक लगाने की कोशिश हो सकती है, जिसे पूरी तरह रोका जायेगा. उन्होंने कहा कि जमीन के बदले जमीन, मकान के बदले मकान की मांग की जाएगी और सभी पीड़ितों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जायेगा. ग्रामीणों ने बताया कि राहत के नाम पर लूटपाट हो रही है और दलित-पिछड़ा समाज के वास्तविक पीड़ित लाभ नहीं पा रहे हैं. मुखिया सुभाष चौधरी ने बताया कि पहली सूची में 226 लोगों के नाम थे, जिनमें से 111 को पैसा और 70 को जमीन का पर्चा मिला. वायदों के बावजूद वादाखिलाफी की गयी है. कार्यक्रम में अन्य ग्रामीणों ने भी अपनी समस्याओं को साझा किया. दीपंकर भट्टाचार्य और अन्य नेताओं ने सभी पीड़ितों को समान पुनर्वास और सुरक्षित जीवन दिलाने का संकल्प लिया. उन्होंने कहा कि जाति, धर्म या किसी अन्य भेदभाव के आधार पर कोई लाभ नहीं रोका जायेगा. नेताओं ने जोर दिया कि सभी हितग्राहियों को उनका अधिकार सुनिश्चित करना पार्टी की प्राथमिकता है और इसके लिए हर स्तर पर आंदोलन और दबाव जारी रहेगा.
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