नरपतगंज. प्रखंड क्षेत्र के मवि नोनिया टोला चकला में शुक्रवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक भव्य व प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत वंदे मातरम के सामूहिक गायन से हुई. जिसमें सभी छात्र-छात्राओं ने एक स्वर में भावपूर्ण प्रस्तुति दी. राष्ट्रगीत की मधुर धुन से विद्यालय का वातावरण देशभक्ति की भावना से गूंज उठा. मौके पर प्रधानाध्यापक राम कुमार दास सभी शिक्षक व बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे. प्रधानाध्यापक ने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत माता के प्रति समर्पण, श्रद्धा व त्याग की भावना का प्रतीक है. जिसने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशवासियों में एकता व साहस की भावना जगाई थी. बच्चों को राष्ट्रप्रेम, एकता व सम्मान की भावना को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया.
प्रावि में वंदे मातरम् उत्सव का आयोजन
फारबिसगंज. वंदे मातरम् गीत के 150 वर्ष पूरा होने पर शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय छुरछूरिया में उत्सव के रूप में मनाया गया. जिससे बच्चों में राष्ट्र भक्ति की भावना जागृत हो सके. यह कार्यक्रम विभिन्न स्तरों पर आयोजित किया गया. जिसमें वंदे मातरम् का गायन सामूहिक रूप से हुआ. बच्चों द्वारा निबंध, कविता व चित्रकला प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गयी. बाल संसद के द्वारा सक्रिय भूमिका निभाते हुए सभी सदस्यों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षा सेवक, रसोइया, शिक्षा समिति के सभी सदस्यों द्वारा भी इस कार्यक्रम में भाग लिया. शिक्षक रंजेश कुमार ने बताया गया की विभाग के निर्देश पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वंदे मातरम यानि हमारी आत्मा का स्वर आजादी के आंदोलन में वंदे मातरम ने देश को एकजुट किया. हमारे इस उर्जा के श्रोत राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम्’ को इस वर्ष 150 वर्ष हो रहे हैं. इस महान गीत का का स्मरण करें. जिससे भावी पीढ़ियों तक यह गीत प्रेरणा का केंद्र रहे. मौके पर विद्यालय के शिक्षक राम कुमार, सितारा प्रवीण, खालिद अहमद, फरहत बानो, शिक्षा सेवक बचनदेव ऋषिदेव सहित अन्य मौजूद थे. 2डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

