फारबिसगंज. कभी तेज धूप व उमस भरी गर्मी, तो कभी बारिश के कारण मौसमी बीमारी सर्दी खांसी, बुखार के अलावा सर्पदंश के शिकार मरीजों की संख्या अनुमंडलीय अस्पताल में बढ़ती दिख रही है. चिकित्सकों के मुताबिक अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने के लिए आने वाले अधिकांश लोग सर्दी, खांसी, बुखार व एलर्जी की समस्या से परेशान होते हैं. इसके कारण इन दिनों अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 400 लोग व इमरजेंसी में लगभग 150 से 200 लोग पहुंच रहे हैं. जो काउंटर पर अपना पंजीयन करा कर ओपीडी में चिकित्सीय सेवा में उपलब्ध चिकित्सकों से अपना स्वास्थ्य जांच करवा कर अपना उपचार करा रहे हैं. इलाज के लिए आने वाले मरीजों में वृद्ध, महिला, पुरुष व वयस्क के अलावा बच्चों की संख्या भी अधिक देखी जा रही है.
मरीजों की संख्या बढ़ती देखकर प्रबंधक सहित स्वास्थ्य कर्मी सक्रिय
अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले मरीजों की लंबी कतारें पंजीयन केंद्र पर लगी रहती है. प्रतिदिन ओपीडी में मरीजों की भीड़ को पंक्तिबद्ध करने के लिए अस्पताल के सुरक्षा गार्ड व अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी सक्रिय रूप से लगे रहते हैं. अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आशुतोष कुमार के अलावा अस्पताल में पदस्थापित व प्रतिनियुक्त चिकित्सकगण अपने अपने रोस्टर के अनुरूप अस्पताल के ओपीडी में स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों का उपचार करते हैं. ओपीडी में मरीजों के बढ़ते भीड़ को देखकर अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार स्वयं अस्पताल के प्रबंधन व व्यवस्था आदि में सक्रिय रूप से लगे दिखते हैं.कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने कहा कि जो संसाधन उपलब्ध हैं व अस्पताल में जितने चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी पदस्थापित व प्रतिनियुक्त हैं. उन चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है