जोकीहाट. जोकीहाट नगर पंचायत में दशहरा के बाद से ही जुआ का खेल शुरू हो जाता है. जहां लाखों की बोली लगती है. बड़े-बड़े पैसे वाले इस खेल में शाम होते ही जमा हो जाते हैं. इस खेल का आयोजन की जिम्मेदारी बाजार के ही कुछ बाहुबली युवा उठाते हैं. इस अवैध रूप में संचालित खेल की खबर सबको रहती है. लेकिन लोग कुछ भी बोलने से कतराते हैं. बाजार के लोगों ने दबी जुबान से बताया कि जो पैसे वाले हैं उनका तो कुछ नहीं बिगड़ता है. लेकिन मध्यम वर्गीय परिवार के युवा भी इस खेल में अपनी गाढ़ी कमाई लुटाकर बर्बाद होते रहते हैं. इसे कोई देखने वाला नहीं है. इस वर्ष भी दशहरा के बाद से पुराना हॉस्पिटल के आसपास व अन्य स्थलों पर इस खेल में नगर पंचायत के दिग्गजों का जुटान होता है. दिनभर देखने से लगता है कि इन लोगों में काफी मतभेद है. लेकिन जब जुआ के अड्डे पर पहुंचकर देखेंगे तो आप चकित रह जाएंगे. उस खेल में सभी मतभेद खत्म हो जाता है. नगर पंचायत के लोगों ने पुलिस प्रशासन से इस खेल में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. लोगों का कहना है कि रसूखदार लोगों को देखकर साधारण घराने के युवा भी सबकुछ दांव पर लगाकर चले जाते हैं फिर घरों में शुरू होता है विवाद, झगड़ा, कर्ज व मारपीट, महिला उत्पीड़न, जुआ व लॉटरी की टिकट खरीद में सैकड़ों युवा आर्थिक बदहाली में जीने को मजबूर हैं. अच्छा भला बिजनेस चौपट हो गया है. दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. माता पिता, पत्नी व बच्चे परेशान हैं. नगर पंचायत जोकीहाट के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि मो शकूर ने बताया कि जोकीहाट नगर पंचायत में जुआ व लॉटरी का खेल के कारण अच्छे अच्छे घरों के लोग चिंतित हैं. दशहरा के बाद से ही यह खेल शुरू हो जाता है जो निंदनीय है. प्रशासन से उन्होंने कार्रवाई की मांग की है.
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