अररिया. सद्भावना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित हटिया रोड में बने अधूरे सद्भावना द्वार के निर्माणकार्य व सौंदर्यीकरण को लेकर वार्ड संख्या 25 व अन्य नगर पार्षदों ने नगर परिषद से त्वरित कार्रवाई की मांग की है. यह द्वार अररिया की गंगा-जमुनी तहजीब व हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है. जो जामा मस्जिद व ठाकुरबाड़ी मंदिर जानेवाले रोड के बीच स्थित है. अररिया नप वार्ड संख्या 25 के नगर पार्षद आबिद हुसैन अंसारी ने बताया कि अररिया अपनी सांस्कृतिक विविधता व धार्मिक एकता के लिए जाना जाता है. सद्भावना द्वार की आधारशिला 1998 में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व तस्लीमुद्दीन ने रखी थी. लेकिन नगर परिषद की उपेक्षा के कारण यह आज भी अधूरा पड़ा हुआ है. आबिद ने कहा कि 2022 के नगर परिषद चुनाव में जनता ने मुझे चुना. तब से मेरा लक्ष्य अपने वार्ड की सुंदरता व स्वच्छता को बढ़ाना रहा है. बोर्ड बैठक में सद्भावना द्वार के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया. जिसे 08 अक्तूबर 2024 को सर्वसम्मति से पारित किया गया. हालांकि लंबे इंतजार के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ. डीएम से मुलाकात कर उन्हें पत्र सौंपा गया. जिसमें उन्होंने अररिया नप इओ से बात कर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया. लेकिन अब तक कार्य पर कोई प्रगति नहीं हुई. वहीं मौजूद वार्ड संख्या 23 के पार्षद राजू राम ने कहा कि सद्भावना द्वार का निर्माण न केवल शहर की सुंदरता बढ़ायेगा. बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक भी बनेगा.
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