पटना : शास्त्री नगर थाने के राजवंशी नगर में पांच दिसंबर, 2018 को हुए अधिवक्ता जितेंद्र कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने गोली मारने वाले शूटर शिवम उर्फ शुभम और उसके साथी शिवम बादशाह को आलमगंज इलाके में गिरफ्तार कर लिया. ये दोनों एक व्यवसायी की हत्या के साथ ही लूट की घटना […]
पटना : शास्त्री नगर थाने के राजवंशी नगर में पांच दिसंबर, 2018 को हुए अधिवक्ता जितेंद्र कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने गोली मारने वाले शूटर शिवम उर्फ शुभम और उसके साथी शिवम बादशाह को आलमगंज इलाके में गिरफ्तार कर लिया. ये दोनों एक व्यवसायी की हत्या के साथ ही लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.
लेकिन, पुलिस को भनक लग गयी और दोनों को पकड़ लिया गया. इन लोगों के पास से एक देसी पिस्तौल, दो कारतूस और एक बिना नंबर की स्कूटी को बरामद किया है. ये दोनों अगमकुआं थाने के बड़ी पहाड़ी के रहने वाले हैं और बाइकर्स गैंग से जुड़े हैं. साथ ही मुख्य साजिशकर्ता ताजुउद्दीन ने भी कोर्ट में गुरुवार को सरेंडर कर दिया.
पुलिस ने इस मामले के एक और आराेपित विनोद कुमार को कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था. इसने ही हत्या करने वाले शूटरों को सुपारी की ढाई लाख की रकम दी थी. विनोद जमीन का धंधा करने वाला धर्मेंद्र नेता का मुंशी है. पुलिस को अब इस मामले में धर्मेंद्र के साथ ही अधिवक्ता के साले पनसुचित कुमार को गिरफ्तार करना बाकी है. बाकी सभी को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है.
एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ शास्त्री नगर, अगमकुआं, फुलवारीशरीफ, गोपालपुर आदि थानों में संगीन आपराधिक वारदात को अंजाम देने का आरोप है. अगमकुआं में हुए शीतला स्वीट्स के मालिक की हत्या में भी ये अपराधी शामिल थे.
ताजुउद्दीन व धर्मेंद्र ने रची थी हत्या की साजिश : जितेंद्र कुमार की जमीन पर ताजुउद्दीन व धर्मेंद्र की नजर थी. जिसका विरोध अधिवक्ता करते थे. इस दौरान इन लोगों ने उन्हें रास्ते से हटाने को योजना बना ली. योजना बनाने में ताजुउद्दीन के सहयोगी लक्ष्मण कुमार ने मदद की थी और शूटर सूरज राय, प्रदुमन, शिवम व रवि को पैसे का लोभ दिया था.
इसके बाद ताजुउद्दीन और धर्मेंद्र कुमार अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर निकल भागे थे. पैसा मिलने के बाद सूरज राय व अन्य ने अधिवक्ता की राजवंशी नगर में गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस पूर्व में ही सूरज राय, लक्ष्मण, प्रदुमन व राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.