बिना मेहनत के लखपति और करोड़पति बनने की ललक में सट्टा खेल रहे लोग
रांची : पिछड़े जिलों में शुमार पाकुड़ में भी सट्टा का काला कारोबार पहुंच गया है. आइपीएल में सट्टे का खेल पुलिस की स्थानीय होटल में छापेमारी और दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद सामने आया है. यह गोरखधंधा सिर्फ इसी जिले में नहीं हो रहा है. रांची, धनबाद, बोकारो, देवघर व जमशेदपुर सहित सभी जिलों में सट्टे बाजार लंबे अरसे से फल फूल रहा है. बिना मेहनत के लखपति और करोड़पति बनने की ललक में लोग सट्टा खेल रहे हैं.
रोज लाखों रुपये का सट्टा झारखंड से लगाया जा रहा है. सबसे अधिक सटोरिये युवा और व्यापारी वर्ग के हैं. फोन, व्हाट्सऐप, इंटरनेट और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से कोलकाता और दूसरे बड़े शहरों में बैठे सटोरी इस काले कारोबार का संचालन कर रहे हैं. राज्य के धनबाद जिले में सट्टे के खेल में हुए नुकसान की वजह से एक युवक को जान देनी पड़ी थी. इधर, राजधानी रांची के अपर बाजार, रातू रोड, कचहरी जैसे कई अन्य क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सट्टा लगाया जा रहा है.
बड़े सफेदपोश भी शामिल हैं इस धंधे मेंराज्य में चल रहे इस सट्टे धंधे पर नकेल नहीं कसी जा रही है. यही वजह है कि यह काला कारोबार तेजी से शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों तक अपनी पहुंच बना रहा है. इस काले धंधे में बड़े सफेदपोश भी शामिल हैं. मालूम हो कि पूर्व में कई क्रिकेटरों पर भी सट्टे में शामिल होने का आरोप लग चुका है.
जीत के अलावा टॉस, बॉल, रन और विकेट पर भी लगाते हैं दांव
आइपीएल में हर बॉल पर दांव लगाया जा रहा है. कौन सी टीम टॉस जितेगी. कौन सी टीम कितना रन बनायेगी. कौन सा खिलाड़ी कितना रन बनायेगा. कौन सा प्लेयर कितना विकेट लेगा. कितने छक्के और कितने चौके लगेंगे. कौन कितने विकेट लेगा. एक ओवर में कितने रन बनेंगे. पॉवर प्ले ओवरों में कितने रन बनेंगे. कौन सी टीम जीतेगी. इसके अलावा भी कई तरह से सट्टा लगाया जा रहा है. अनुमान सही होने पर एक का नौ के भाव से रुपये दिये जाते हैं.
लॉटरी की तरह नंबर पर लगता है दांव, खेलनेवाले को किया जाता है नौ गुना राशि का भुगतान
सट्टा लॉटरी की तर्ज पर ही खेला जाता है. लॉटरी में 0 से 9 नंबर पर सट्टा लगाया जाता था. इसी तरह सट्टा में भी 0 से 9 नंबर पर दांव खेला जाता है. इसमें अंतर बस इतना है कि लॉटरी में प्लेयर को प्रिंट पर्ची मिलती है और इसमें प्लेयर को हाथ से लिखी पर्ची देने के साथ ही नेट से ड्राॅ निकाला जाता है. लॉटरी में दो रुपये, 11 रुपये और 51 रुपये आदि की तरह ही सट्टा में 12, 55 और 110 रुपये में किसी एक नंबर पर सट्टा लगाया जाता है. लॉटरी की तरह इसमें भी प्लेयर अपनी इच्छानुसार एक नंबर पर कई पर्ची ले सकता है. लॉटरी की तरह लक्की ड्राॅ निकलने पर एक पर्ची पर प्लेयर को नौ गुना पेमेंट होता है. काउंटर के जरिये चलने वाला सट्टा का यह काला कारोबार झारखंड में लंबे समय से चल रहा है. बड़ी तादाद में लोग सट्टे के लती हो गये हैं.
गंदा है पर धंधा है ये
रोजाना लाखों रुपये का सट्टा लगाया जा रहा है झारखंड से, सबसे अधिक सटोरिये युवा और व्यापारी वर्ग के रांची, धनबाद, बोकारो, देवघर व जमशेदपुर सहित सभी जिलों में लंबे अरसे से फल फूल रहा है सट्टा बाजार फोन, व्हाट्सएप्, इंटरनेट व अन्य माध्यमों से कोलकाता और दूसरे बड़े शहरों में बैठे सटोरी करते हैं.

