हैदराबाद : भारतीय बैडमिंटन टीम के राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने सोमवार को कहा कि देश में बैडमिंटन की बढ़ती लोकप्रियता के साथ खिलाड़ियों की संख्या काफी बढ़ी है, लेकिन उस अनुपात में कोच नहीं बढ़े जिस पर ध्यान देने की जरूरत है.
कोटक महिंद्रा बैंक के साथ करार के मौके पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा, देश में अच्छे कोचों की काफी कमी है. हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती बेहतरीन कोच की अगली पीढ़ी को तैयार करने की है. उन्होंने कहा, हाल के दिनों में विदेशी कोच पर निर्भरता बढ़ गयी है ऐसे में यह जरूरी है कि हम घरेलू कोच तैयार करे और यह साझेदारी उस दिशा में एक बड़ा कदम है.
इस करार के तहत कोटक महिद्रा यहां के पुलेला गोपीचंद अकादमी में एक एक हाई परफोर्मेंस प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण करेगा, जिसमें छह वातानुकुलित बैडमिंटन कोर्ट और एक स्पोर्ट्स साइंस सेंटर है होगा.
इस केंद्र में खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए न्यूट्रीटनिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट और स्ट्रेंथ एवं कंडिस्निंग विशेषज्ञों के साथ खिलाड़ियों के लिए वैश्विक स्तर के कोच होंगे. कोटक महिद्रा इसके तहत कोच और खिलाडियों के समर्थन के लिए प्रमाणन और फैलोशिप कार्यक्रम भी चलायेगा.