Virat Kohli was Captain in his Career Last Test Match: विराट कोहली ने आखिरकार तमाम अफवाहों को सच साबित करते हुए टेस्ट क्रिकेटे से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. 12 मई को दोपहर से थोड़ा पहले 11.40 पर अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से इस फॉर्मेट को अलविदा कह दिया. विराट ने भारतीय टीम का 123 टेस्ट मैचों में प्रतिनिधित्व किया, जिसमें से उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की. विराट को 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत का टेस्ट कप्तान बनाया गया था. विराट ने इसके बाद 8 साल यानी 2022 तक टेस्ट में भारत का नेतृत्व किया. इसी साल साउथ अफ्रीका के दौरे के बाद कोहली ने टेस्ट कैप्टन का पद छोड़ दिया था. विराट का टेस्ट मैचों में कप्तान के तौर पर शानदार रिकॉर्ड रहा है. उन्होंने कुल 68 मैचों में से 40 में जीत दिलाई थी. लेकिन विराट ने अपने अंतिम टेस्ट मैच में भी कप्तानी की थी, आइये जानते हैं, कैसे?
विराट का आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में आया था. पांच मैचों की सीरीज के आखिरी मैच के दूसरे दिन बुमराह को चोट लगी, जिसके बाद विराट ने टीम की कमान संभाली थी. दरअसल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे पांचवें टेस्ट मैच में जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला था. पहले दिन, रोहित शर्मा की जगह जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाया गया, क्योंकि रोहित ने अपनी खराब परफॉर्मेंस की वजह से सिडनी टेस्ट से बाहर रहने का फैसला किया था. जसप्रीत बुमराह ने पहले दिन शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, लेकिन दूसरे दिन के दूसरे सत्र में लंच के बाद वह केवल एक ओवर ही फेंक सके. इसके बाद उन्हें कमर में दर्द महसूस हुआ और वह मैदान से बाहर चले गए.
Virat Kohli is the stand-in captain for India currently in Sydney. 🇮🇳 pic.twitter.com/xMPWQPxqaR
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 4, 2025
शुरुआत में उम्मीद जताई जा रही थी कि वह जल्दी ही वापसी करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. लगभग आधे घंटे तक मैदान से बाहर रहने के बाद, बुमराह को स्कैन के लिए स्टेडियम से बाहर जाते हुए देखा गया. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के एक वीडियो में वह बीसीसीआई के एग्रीगेट मैनेजर के साथ गाड़ी में बैठे दिखाई दिए थे. बुमराह के बाहर जाने के बाद, टीम इंडिया की कप्तानी विराट कोहली के हाथों में आई. हालांकि विराट के लिए आखिरी मैच जीत के साथ समाप्त नहीं हुआ.

भारत ने यह मैच 6 विकेट से गंवाया था. इस मैच में पहली पारी में बैटिंग करते हुए भारत ने 185 रन बनाए, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 181 रन बनाए. भारत को 4 रन की लीड मिली, लेकिन पूरा दौरा भारतीय बल्लेबाजी के लिए निराशाजनक रहा और इस मैच में भी उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. दूसरी पारी में भारत ने 157 रन पर ही ऑलआउट हो गया और 161 रन के लक्ष्य को कंगारू टीम ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. पहली पारी के बाद ही बुमराह बॉलिंग करने नहीं उतरे थे और तब विराट ने ही टीम को लीड किया.
विराट की कप्तानी में भारत ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया. विराट जब भारतीय टीम के कैप्टन बने थे, तब 2014 में तब भारत टेस्ट रैंकिंग में सातवें पायदान पर था. कोहली की कप्तानी में टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और 2016 से लेकर 2021 तक हर साल टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर रहते हुए साल का अंत किया. इतना ही नहीं, भारत ने इस दौर में लगातार 42 महीनों तक नंबर-1 की कुर्सी भी बरकरार रखी. कोहली ने जनवरी 2022 में जब टेस्ट कप्तानी छोड़ी, तब भारत दूसरी रैंक पर था.
विराट कोहली के संन्यास के बाद भारतीय टीम को अपनी बल्लेबाजी क्रम के चौथे स्थान के लिए अब फिर से नई खोज पर जुटना पड़ेगा. जून महीने में इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया की घोषणा 23 मई तक होनी है. ऐसे में यह देखना होगा कि भारतीय दिग्गज की जगह टीम इंडिया में किसको जगह मिलती है.
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