Ravichandran Ashwin Foils Scam: आईपीएल 2025 खत्म होने के बाद टीम इंडिया के अनुभवी ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन एक अनोखे ऑनलाइन स्कैम का शिकार होते-होते बचे. किसी शख्स ने खुद को चेन्नई सुपर किंग्स के उनके साथी खिलाड़ी डेवॉन कॉन्वे बताकर उन्हें व्हाट्सऐप पर मैसेज किया और बातचीत का ऐसा जाल बुना कि शुरुआत में अश्विन को भी शक नहीं हुआ. लेकिन जब मामला विराट कोहली, रोहित शर्मा और एमएस धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के फोन नंबर मांगने तक पहुंचा, तब अश्विन ने अपने अंदाज में स्कैमर को चकमा देकर उसका पोल खोल दिया.
व्हाट्सऐप पर ‘डेवॉन कॉन्वे’ का मैसेज
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस घटना का जिक्र करते हुए बताया कि आईपीएल खत्म होने के कुछ दिनों बाद उन्हें व्हाट्सऐप पर एक मैसेज आया “हाय बड्डी, कैसे हो?” भेजने वाले ने खुद को डेवॉन कॉन्वे बताया, जो उनके CSK में टीममेट हैं. चूंकि अश्विन के पास कॉन्वे का नंबर सेव नहीं था, उन्होंने बातचीत शुरू कर दी.
मैसेज में स्कैमर ने अमेरिका में चल रही मेजर लीग क्रिकेट (MLC) की बातें कीं, जिससे कहानी असली लगने लगी. बातचीत सामान्य चल रही थी, लेकिन फिर अचानक ‘कॉन्वे’ ने कहा कि उसके पास से विराट कोहली का नंबर खो गया है, क्या अश्विन उसे शेयर कर सकते हैं?
अश्विन को यह बात अजीब लगी, लेकिन उन्होंने सीधे मना करने के बजाय एक अलग नंबर दे दिया, ताकि असली कॉन्वे के साथ कोई गलतफहमी न हो.
चतुराई से पकड़ा स्कैमर का झूठ
अश्विन ने आगे बताया, “जैसे ही मैंने नंबर दिया, उसने जवाब दिया कि और भी नंबर खो गए हैं जैसे रोहित शर्मा और एमएस धोनी के, यहीं मुझे शक पक्का हो गया.”
इसके बाद अश्विन ने स्कैमर की परीक्षा लेने का फैसला किया. उन्होंने पूछा, “मैंने इस साल तुम्हें एक बैट दिया था, कैसा लग रहा है?” स्कैमर ने तुरंत जवाब दिया “बैट शानदार है.” बस, यही गलती उसने कर दी, क्योंकि अश्विन ने असल में कभी कॉन्वे को बैट दिया ही नहीं था.
इस झूठ को पकड़कर अश्विन ने तुरंत नंबर ब्लॉक कर दिया और बाद में सीएसके के आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप में जाकर कॉन्वे का असली नंबर चेक करके पुष्टि की कि यह मैसेज असली कॉन्वे का नहीं था.
खिलाड़ियों को निशाना बना रहे ठग
यह घटना हाल ही में राजत पाटीदार के साथ हुई एक और अजीब घटना से मिलती-जुलती है. पाटीदार का पुराना सिम कार्ड छत्तीसगढ़ में किसी और को अलॉट कर दिया गया, जिसके बाद उस नए यूजर को विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ियों के कॉल आने लगे.
अश्विन ने इस वाकये के जरिए चेतावनी दी कि ठग अब सिर्फ आम लोगों को ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े खिलाड़ियों को भी निशाना बना रहे हैं. उनकी चतुराई से भले ही इस बार स्कैमर का प्लान फेल हो गया हो, लेकिन यह वाकया दिखाता है कि साइबर फ्रॉड किस तरह पेशेवर अंदाज में किए जा रहे हैं.
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