भारतीय महिला टीम ने तीसरे वनडे में इंग्लैंड को हराकर सीरीज में 3-0 से जीत हासिल की. एक समय इंग्लैंड के नौ विकेट गिर जाने के बाद भी चार्ली डीन ने मेजबान टीम को जीत की कगार पर पहुंचा दिया. लेकिन, दीप्ति शर्मा ने उन्हें नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट कर दिया, और भारत की जीत पर मुहर लगा दी. यह इंग्लैंड में भारत की एक ऐतिहासिक जीत है. भारत ने इससे पहले कभी वहां वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं किया है.
चार्ली डीन की आंखों में आये आंसू
इस प्रकार आउट होने के बाद चार्ली डीन को रोते हुए देखा गया, लेकिन थर्ड अंपायर ने डीन को रन आउट करार दिया और भारत यह मुकाबला 16 रनों से जीत गया. यह भारत की सबसे सीनियर खिलाड़ी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी का आखिरी मैच था. टीम ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी को एक शानदार विदाई दी. डीन ने 170 रनों का पीछा करते हुए 47 रनों की शानदार पारी खेली थी.
डीन ने बनाये 47 रन
डीन ने कप्तान एमी जोन्स के साथ 38 रन की साझेदारी की. जोन्स और केट क्रॉस के जल्दी-जल्दी आउट होने के बाद भी, डीन ने इंग्लैंड के लिए एक छोर को थामे रखा. वह अंततः दीप्ति द्वारा 47 रन पर रन आउट हो गयीं. पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद भारत की शुरुआत बेहद खराब रही. कई बल्लेबाज बिना खाता खोले आउट होकर पवेलियन लौट गये. स्मृति मंधाना और 50 और दीप्ति शर्मा के नाबाद 68 रनों की पारी से भारत ने 169 रन बनाये.
झूलन गोस्वामी ने चटकाये 2 विकेट
इतने कम स्कोर के बाद भी गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. भारत के लिए रेणुका सिंह ने चार विकेट चटकाये. दो विकेट लेकर झूलन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया. झूलन ने भारतीय महिला टीम के लिए 12 टेस्ट, 204 एकदिवसीय और 68 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. मैच में दो विकेट लेने के बाद, झूलन ने 255 एकदिवसीय विकेट के साथ अपने करियर का अंत किया, जो प्रारूप में किसी महिला खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक है. उन्होंने 44 टेस्ट और 56 टी20 आई विकेट भी लिये.