Dubai International Cricket Stadium Pitch Report: चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी से होने वाली है. टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी दुबई की उड़ान भरकर रेतीली धरती पर लैंड कर चुके हैं. लेकिन भारत के बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच (20 फरवरी) से मात्र चार दिन पहले, टीम चयन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. भारत का पांच स्पिनरों और केवल तीन तेज गेंदबाजों के साथ खेलने का फैसला बहस का विषय बना हुआ है. क्योंकि मेजबान पाकिस्तान ने सिर्फ एक विशेषज्ञ स्पिनर को चुना है. जबकि वह यूएई की परिस्थितियों से अधिक परिचित है. तो आइये जानते हैं भारत का पांच स्पिनरों और सिर्फ तीन तेज गेंदबाजों के साथ जाने का निर्णय क्या एक जोखिम भरा दांव है? इस बारे में दुबई का रिकॉर्ड क्या कहता है और वहां की पिच कैसा बर्ताव करती है? Champions Trophy 2025.
भारत को दुबई में अपने चैंपियंस ट्रॉफी अभियान के दौरान कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर ध्यान देना होगा. गर्म मौसम में कंक्रीट से बने मैदान की छाया, दिन में धीमी गति, रात में हल्की ओस, थोड़ी हरी घास और मुख्य रूप से बल्लेबाजों के अनुकूल परिस्थितियाँ, ये सभी खेल को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण तत्व होंगे. यूएई के तीन प्रमुख मैदान शारजाह, दुबई और अबू धाबी धीमी पिचों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन तीनों ही अलग तरह की हैं. दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम अपने विशेष कंक्रीट संरचना के कारण अलग खेल परिस्थितियाँ प्रस्तुत करता है.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और यूएई के पूर्व कोच रॉबिन सिंह के अनुसार, स्टेडियम का डिजाइन पिच के व्यवहार को प्रभावित करता है. जो पिचें धूप में अधिक समय तक रहती हैं, वे छायादार पिचों से अलग खेलती हैं, जिससे गति और उछाल में भिन्नता आती है. हालाँकि, ह्यूमिडिटी के कारण ओस का प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन यह इतना शुरुआती चरण में नहीं होगा कि टॉस के फैसलों को प्रभावित कर सके.
वहींं आईएलटी20 में दुबई कैपिटल्स के मुख्य कोच हेमांग बदानी ने भी इन बदलती परिस्थितियों को करीब से देखा है. उन्होंने एक दैनिक अखबार से बात करते हुए कहा कि टूर्नामेंट की शुरुआत में चार तेज गेंदबाज और दो स्पिनर अधिक कारगर साबित हुए, लेकिन जैसे-जैसे पिचें धीमी होती गईं, एक अतिरिक्त स्पिनर को टीम में शामिल करना पड़ा.
दुबई का स्टेडियम डिज़ाइन क्रॉस-वेंटिलेशन को सीमित करता है, जिससे यहाँ गेंद को स्विंग कराने में मुश्किल होती है. रात के समय नई गेंद थोड़ी मदद कर सकती है, लेकिन यह बहुत देर तक प्रभावी नहीं रहती. रॉबिन सिंह का मानना है कि मोहम्मद शमी जैसे कुशल तेज गेंदबाज, जो सही लेंथ पर हिट कर सकते हैं, दुबई की परिस्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
दिन के मुकाबले स्पिनरों के लिए मददगार
जो मैच दोपहर 2:30 बजे शुरू होते हैं, उनमें सूखे मौसम के कारण स्पिनरों के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल रहती हैं. इस टूर्नामेंट के लिए ग्राउंड क्यूरेटरों ने नई पिचों को संरक्षित किया है, जिनमें घास बनी हुई है ताकि ज्यादा टर्न या पिच के जल्दी टूटने की समस्या न हो. हालांकि, दुबई की पिचें भारतीय उपमहाद्वीप की तरह तेजी से नहीं टूटतीं, लेकिन दिन के मैचों में स्पिन गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिलती है.
दुबई में उच्च स्कोर बनाना मुश्किल
अब तक, इस मैदान पर 300+ स्कोर केवल चार बार बने हैं, जिनमें से सिर्फ एक बार दूसरी पारी में यह उपलब्धि हासिल हुई है. यह स्पष्ट करता है कि दुबई की पिचें धीमी तो हैं, लेकिन पारंपरिक रूप से स्पिन के लिए अधिक अनुकूल नहीं रही हैं.
दुबई में स्पिनरों बनाम तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन
आंकड़ों के अनुसार, दुबई में अब तक खेले गए 58 वनडे मैचों में तेज गेंदबाजों ने 463 विकेट (औसत 28.62 और इकोनॉमी 4.78) लिए हैं, जबकि स्पिनरों ने 320 विकेट (औसत 30.17 और इकोनॉमी 4.25) लिए हैं. इससे पता चलता है कि यहाँ तेज गेंदबाज स्पिनरों की तुलना में अधिक प्रभावी रहे हैं.
भारत के गेंदबाजी संयोजन पर संशय
भारत को अपने प्रमुख गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजी संतुलन की परीक्षा देनी होगी. अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा की लंबाई मोहम्मद शमी से अलग है, जिससे स्कोर डिफेंड करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. यदि ओस की भूमिका अहम हो जाती है, तो भारत को दोनों कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती को खिलाने में जोखिम हो सकता है. अगर सिर्फ एक स्पिनर को प्राथमिकता दी गई, तो टीम की आक्रामक रणनीति पर असर पड़ सकता है, जिसे भारत ने हाल के वनडे मैचों में अपनाया है.
टीम संयोजन पर भारत का नजरिया
भारत ने वरुण चक्रवर्ती को एक अतिरिक्त बल्लेबाज की जगह शामिल किया, जिससे यह संकेत मिलता है कि टीम ने गेंदबाजी विकल्पों को प्राथमिकता दी है. बुमराह की गैरमौजूदगी में, भारत को अपनी बल्लेबाजी गहराई को बनाए रखना होगा. इसलिए, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर में से दो स्पिनरों को अंतिम एकादश में जगह मिलने की संभावना है.
इसके अलावा, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती में से किसी एक को प्राथमिकता दी जा सकती है, ताकि टीम का गेंदबाजी आक्रमण संतुलित बना रहे. भारत को दुबई में अपनी रणनीति को लगातार समायोजित करने की आवश्यकता होगी. यदि ओस आती है, तो तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त सहायता मिल सकती है. यदि पिच दिन में धीमी रहती है, तो स्पिनरों की भूमिका अहम होगी. सही संतुलन बनाना ही भारत के सफलता में सहायता होगी.
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अगर भारतीय टीम के अब तक इस मैदान पर प्रदर्शन की बात करें तो, टीम इंडिया अब तक दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में कोई भी वनडे मैच नहीं हारी है. भारत ने इस मैदान पर कुल 6 वनडे मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 5 में जीत दर्ज की है, जबकि 1 मैच टाई रहा है. वहीं सबसे हाई प्रोफाइल भारत और पाकिस्तान मैच की बात करें तो खास बात यह है कि भारत ने इस ग्राउंड पर पाकिस्तान के खिलाफ दो मैच खेले हैं और दोनों में जीत हासिल की है. ऐसे में दुबई के इस मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ भी भारत का रिकॉर्ड शानदार रहा है.
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत के वनडे मैच परिणाम
टीम 1 | टीम 2 | विजेता | अंतर | मैदान (ग्राउंड) | मैच तिथि |
---|---|---|---|---|---|
बांग्लादेश | भारत | भारत | 3 विकेट से | दुबई (DICS) | 28 सितम्बर 2018 |
अफगानिस्तान | भारत | टाई | – | दुबई (DICS) | 25 सितम्बर 2018 |
भारत | पाकिस्तान | भारत | 9 विकेट से | दुबई (DICS) | 23 सितम्बर 2018 |
बांग्लादेश | भारत | भारत | 7 विकेट से | दुबई (DICS) | 21 सितम्बर 2018 |
भारत | पाकिस्तान | भारत | 8 विकेट से | दुबई (DICS) | 19 सितम्बर 2018 |
हांगकांग | भारत | भारत | 26 रन से | दुबई (DICS) | 18 सितम्बर 2018 |
भारत को ग्रुप ए में तीन अन्य टीमों के साथ रखा गया है. पहला मुकाबला 20 फरवरी, गुरुवार को बांग्लादेश के साथ होगा. दूसरा पाकिस्तान के साथ 23 फरवरी को, वहीं तीसरा और इस टूर्नामेंट का आखिरी ग्रुप स्टेज मैच 2 मार्च को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा. 4 और 5 मार्च को पहला और दूसरा सेमीफाइनल मैच खेला जाएगा वहीं फाइनल के लिए 9 तारीख तय की गई है. फाइनल के लिए एक दिन रिजर्व भी रखा गया है.
चैम्पियंस ट्रॉफी में भारतीय स्क्वॉड
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल (उप-कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, मोहम्मद शमी, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह और वॉशिंगटन सुंदर.
ट्रैवलिंग रिजर्व: यशस्वी जायसवाल, मोहम्मद सिराज और शिवम दुबे (ये खिलाड़ी टीम के साथ यात्रा नहीं करेंगे, लेकिन किसी भी परिस्थिति में इन्हें जोड़ा जा सकता है).
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