Akash Deep on Ben Duckett and Favorite Ball of IND vs ENG Test Series: भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का शानदार अंत हुआ. पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई. पूरी सीरीज के दौरान कई मोमेंट रहे, जो यादगार बन गए. लेकिन अंतिम टेस्ट मैच जैसा क्लाइमैक्स तो रोमांच की सारी हदें तोड़ गया. ओवल में खेले गए इस मैच में आकाश दीप ने गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी से भी अपना जलवा दिखाया. इसी मैच में आकाश दीप और बेन डकेट के बीच ऑन-फील्ड नोकझोंक भी सुर्खियों में रही, जब आकाश दीप ने डकेट को आउट करने के बाद उनके कंधे पर हाथ रखकर कुछ कहा. हालांकि उनके इस ऐक्शन पर इंग्लैंड के दिग्गजों को यह बात पसंद नहीं आई. अब भारतीय तेज गेंदबाज ने खुलासा किया कि इंग्लैंड के ओपनर डकेट को उन्होंने पांचवें टेस्ट के दौरान क्या दोस्ताना शब्द कहे थे, जिसपर इतना हो हल्ला मचा है. साथ ही उन्होंने इंग्लैंड सीरीज की अपनी सबसे फेवरेट गेंद का भी राज खोला.
इस मैच में भारत की पहली पारी में बनाए 224 रनों के जवाब में डकेट ने कप्तान शुभमन गिल की गेंदबाजी इकाई की जमकर परीक्षा ली. बैजबॉल अंदाज को पूरी तरह अपनाते हुए इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पांच चौके और दो शानदार छक्के जड़कर इंग्लैंड को शुरुआती बढ़त दिला दी. आकाश भी डकेट के सामने बेबस नजर आए और उन्हें अंग्रेज बल्लेबाज ने जवाब दिया, “तुम मुझे आउट नहीं कर सकते.” लेकिन आखिरकार बाजी आकाश के हाथ लगी. उन्होंने डकेट को फंसाकर हल्की सी किनारा दिलवाया और विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने कैच लपक लिया. डकेट जब पवेलियन लौट रहे थे तो आकाश ने उनका कंधा पकड़कर कुछ शब्द कहे.
आकाश ने हंसते हुए कहा, “वो मेरे सामने चार-पांच बार आउट हो चुके थे. उस पारी से पहले उन्होंने मुझसे कहा था, ‘इस बार तुम मुझे आउट नहीं करोगे.’ लेकिन जब मैंने उन्हें आउट किया तो मैंने कहा भाई, अब जाकर आराम करो.” कुल मिलाकर लाल गेंद के क्रिकेट में आकाश का डकेट पर पलड़ा भारी रहा है. छह पारियों में उन्होंने 30 वर्षीय बल्लेबाज को चार बार आउट किया है और सिर्फ 55 रन दिए हैं, यानी औसतन 13.75 रन पर उन्हें शिकार बनाया है.
जो रूट का विकेट रहा फेवरेट
हालांकि डकेट पर यह दबदबा कायम करने के बावजूद, एक और विकेट आकाश के दिल के बहुत करीब है. भारत की एजबेस्टन में पहली टेस्ट जीत के दौरान उन्होंने इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट (Joe Root) को शानदार तरीके से बोल्ड किया था. लगातार एक ही लेंथ पर टिके रहने के बाद उन्होंने गेंद को तेजी से अंदर लाकर रूट की गिल्लियां बिखेर दीं और उन्हें मात्र छह रन पर पवेलियन भेज दिया. आकाश ने उस पल को याद करते हुए कहा, “जो रूट, जिस तरह मैंने उन्हें बोल्ड किया. बिल्कुल उसी तरह सेट किया जैसा मैंने सोचा था और वैसे ही आउट किया.”
आकाश दीप ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में तीन टेस्ट में 13 विकेट अपने नाम किए. उन्होंने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में आकाश ने 608 रन के विशाल लक्ष्य का बचाव करते हुए भारत के तेज आक्रमण की अगुवाई की और 10 विकेट लेकर टीम को 336 रन की शानदार जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. अंतिम टेस्ट मैच में उन्होंने नाइट वॉचमैन के रूप मे उतरकर जरूरी 66 रन बनाए, जो भारत की जीत में निर्णायक साबित हुए और इस तरह पांच मैचों की सीरीज 2-2 से बराबर समाप्त हुई.
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