हैदराबाद : भारत के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच को बचाने में नाकाम रहे बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकर रहीम ने आज कहा कि अगर उनकी टीम के पास भारतीय कप्तान विराट कोहली जैसा एक भी बल्लेबाज होता तो वे ऐसा कर सकते थे.
मुशफिकर से पूछा गया कि क्या वह कोहली के इस विचार से सहमत हैं कि ‘बल्लेबाजी की मूल तकनीक’ से मेहमान टीम हार से बच सकती थी, उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘‘अगर आपकी मूल तकनीक विराट कोहली जैसी होती तो फिर आप टेस्ट मैचों में 50 के औसत से रन बनाते. तब आपको यहां तक कि आखिरी दिन मैच बचाने के लिये सात बल्लेबाजों की जरुरत भी नहीं पड़ती. मैच ड्रा कराने के लिये चार बल्लेबाज ही पर्याप्त होते. ” उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से हमारी टीम में विराट कोहली नहीं है. ”
मुशफिकर से उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया कि उन्हें कप्तानी से हटाया जा सकता है, तो उन्होंने साफ किया कि वह कप्तानी से इस्तीफा नहीं देंगे और विकेटकीपिंग भी नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा औसत 34 या 33 है, फिर मैं बांग्लादेश का नंबर एक बल्लेबाज कैसे हो सकता हूं. अगर आप दो या तीन भूमिकाएं निभा रहे हो तो इसका मतलब है कि प्रबंधन को आप पर भरोसा है. इसलिए मुझे तीनों विभागों में अच्छा प्रदर्शन करने की जरुरत है. यदि मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा हूं तो फिर मेरे भविष्य का फैसला करना बोर्ड का काम है. ”
मुशफिकर ने कहा, ‘‘अभी मैं जो कर रहा हूं उसका पूरा लुत्फ उठा रहा हूं क्योंकि मैं क्रीज पर काफी समय बिता रहा हं. आप ड्रेसिंग रुम के बजाय मैदान पर समय बिताकर अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभा सकते हो. वे लोग जो बाहर (बीसीबी अधिकारी) बैठे हैं वे फैसला कर सकते हैं लेकिन जहां तक मेरा सवाल है तो मैं तीनों जिम्मेदारियों में खुश हूं. ”
मैच में अपने शतक के बारे में बांग्लादेश के कप्तान ने कहा, ‘‘एक टेस्ट बल्लेबाज के रुप में आपको यह पता होना चाहिए कि आपका आफ स्टंप कहां है. आपको गेंद छोड़ने की कला में पारंगत होना चाहिए और आपका रक्षात्मक खेल मजबूत होना चाहिए. मैं इन पहुलुओं पर जोर देता हूं. ” तमीम इकबाल और शाकिब अल हसन जैसे सीनियर खिलाडियों के बेपरवाह रवैये के बारे में पूछने पर मुशफिकर ने कहा, ‘‘तमीम और शाकिब अलग तरह के खिलाड़ी हैं. उन्होंने बल्लेबाजी का अपना तरीका तैयार किया होगा और वे उसी हिसाब से बल्लेबाजी करना चाहेंगे. ”
मुशफिकर ने ताईजुल इस्लाम और मेहदी हसन मिराज की तुलना में शाकिब को कम ओवर देने के अपने फैसले का भी बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास तीन अग्रणी स्पिनर हैं और हमें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो किफायती गेंदबाजी कर सकें और पिच का फायदा उठा सकें.
मुझे लगता है कि मिराज और ताईजुल ने अच्छी भूमिका निभायी. शाकिब के होने का मतलब यह नहीं है कि मैं नये गेंदबाज (मिराज) को कम ओवर करने को दूं. इन दो दिनों में मिराज और ताईजुल ने बेहतर भूमिका निभायी. ”