नयी दिल्ली : भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धौनी आज न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में 40 रन की हार के साथ ही विदेशों में सबसे असफल भारतीय कप्तान बन गये.धौनी की कप्तानी में भारत की विदेशी सरजमीं पर यह 11वीं हार है जो कि नया भारतीय रिकार्ड है. मंसूर अली खां पटौदी, मोहम्मद अजहरुद्दीन और सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने विदेश में दस टेस्ट मैच गंवाये थे.
विदेशों में सर्वाधिक टेस्ट मैच गंवाने वाले कप्तानों की सूची में इनके बाद बिशन सिंह बेदी (आठ टेस्ट), सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर (दोनों छह टेस्ट) तथा लाला अमरनाथ, विजय हजारे, दत्तू गायकवाड़, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले (सभी चार टेस्ट मैच) का नंबर आता है.
यही नहीं भारत ने विदेशों में हार का सैकड़ा भी पूरा कर लिया है. आकलैंड में भारत को विदेशी सरजमीं पर 100वीं हार मिली. भारत विदेशी सरजमीं पर 100 या इससे अधिक मैच हारने वाली चौथी टीम बन गयी है. उससे पहले इंग्लैंड (161), वेस्टइंडीज (112) और ऑस्ट्रेलिया (106) इस सूची में शामिल थे. भारत की यह 477वें टेस्ट मैच में कुल 151वीं हार है. न्यूजीलैंड ने अपनी कुल 75वीं टेस्ट जीत दर्ज की.
धौनी की कप्तानी में भारत ने विदेशों में पहला टेस्ट मैच जुलाई 2010 में श्रीलंका के खिलाफ गाले में गंवाया था. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर 2010 में सेंचुरियन में उनकी टीम को पारी के अंतर से हार मिली थी.
इंग्लैंड के 2011 के दौरे में भारत को धोनी की कप्तानी में सभी चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद आस्ट्रेलिया में भी भारत ने चारों मैच गंवाये लेकिन इनमें एडिलेड में चौथे टेस्ट मैच में धोनी नहीं खेले थे और उनकी जगह वीरेंद्र सहवाग ने टीम की अगुवाई की थी. धौनी के नेतृत्व में भारत ने हाल में दक्षिण अफ्रीकी दौरे में डरबन में खेला गया टेस्ट मैच दस विकेट से गंवाया था जबकि अब न्यूजीलैंड में भी उसे पहले टेस्ट मैच में हार झेलनी पड़ी.
कप्तान के रुप में विदेशों में सर्वाधिक मैच गंवाने का विश्व रिकार्ड न्यूजीलैंड स्टीफन फ्लेमिंग और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के नाम पर दर्ज है. इन दोनों की कप्तानी में उनकी टीमों को विदेशों में 16 हार मिली थी. इनके बाद श्रीलंका अर्जुन रणतुंगा और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ (दोनों 13 हार), न्यूजीलैंड के जान रीड (12 हार) तथा ऑस्ट्रेलिया के एलन बोर्डर और किम ह्यूज तथा भारतीय कप्तान धौनी : सभी 11 हार : का नंबर आता है.
धौनी की कप्तानी में भारत की यह कुल 14वीं हार है. इस तरह से धौनी अब अजहरुद्दीन की बराबरी पर पहुंच गये हैं. पटौदी के नेतृत्व में भारत ने सर्वाधिक 19 टेस्ट मैच गंवाये थे. धौनी और अजहरुद्दीन इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं. उनके बाद सौरव गांगुली (13 हार), बिशन सिंह बेदी (11), सचिन तेंदुलकर (9), सुनील गावस्कर (8) और कपिल देव (7) का नंबर आता है.
धौनी की कप्तानी रिकार्ड अब 52 टेस्ट मैच में 26 जीत और 14 हार का हो गया है. उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में जो 22 मैच खेले उनमें से उसे पांच में जीत और 11 में हार मिली.
* कुछ फैसलों में भाग्य ने साथ नहीं दिया : धौनी
न्यूजीलैंड के हाथों पहले टेस्ट मैच में 40 रन की हार के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की लेकिन उन्होंने कहा कि दूसरी पारी में कुछ फैसलों में भाग्य ने भारत का साथ नहीं दिया.
धौनी ने मैच के बाद कहा, गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करके हमें मैच में वापसी दिलायी. मैंने एक अच्छे विकेट पर अपने गेंदबाजों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखा. उन्होंने दबाव बनाये रखा और इसके साथ ही विकेट हासिल करने वाली गेंदें डाली. उन्हें आगे भी ऐसा प्रदर्शन करने की जरुरत है. भारत ईडन पार्क पर 407 रन का लक्ष्य का पीछा करते हुए 366 रन बनाकर आउट हुआ. इस बीच कुछ फैसले भारत के पक्ष में नहीं गये और धौनी ने भी इनका जक्रि किया.
उन्होंने कहा, हमने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. दूसरी पारी में हमारे कुछ बल्लेबाजों ने वास्तव में अच्छा खेल दिखाया. कुछ फैसलों में भाग्य ने हमारा साथ नहीं दिया. अंजक्यि (रहाणे) के खिलाफ फैसला मुश्किल भरा था. वह बेहद महत्वपूर्ण समय था. इस बीच न्यूजीलैंड के कप्तान और पहली पारी में 224 रन बनाने के लिये मैन आफ द मैच चुने गये ब्रैंडन मैकुलम ने दबाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिये अपने गेंदबाजों की तारीफ की.
उन्होंने कहा, ऐसा समय था जबकि हमारी बैचेनी बढ़ गयी थी. उन्होंने हमें काफी दबाव में ला दिया था. नील वैगनर का स्पैल शानदार रहा. यह शानदार टेस्ट मैच था और हमें इसे हमेशा याद रखेंगे. बल्लेबाजी के दौरान हम कुछ विषम क्षणों से उबरे थे.

