हरारे : मैन ऑफ द मैच लोकेश राहुल ने अपने पहले ही वनडे में शतक जड़कर फैंस को मंत्रमुगध कर दिया. ऐसा करने वाले वे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहले बैट्समैन बन गए हैं. लोकेश के इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय टीम ने मैच 9 विकेट से जीत लिया है. जिम्बाब्वे ने 49.5 ओवर में अपने सारे विकेट खोकर 168 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम ने 42.3 ओवर में मैच जीत लिया. लोकेश ने विजयी छक्का लगाया.
मैच जीतने के बाद वनडे क्रिकेट में पदार्पण पर शतक जमाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने लोकेश राहुल ने कहा कि जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले मैच में छक्का लगाकर तिहरे अंक तक पहुंचना उनके जेहन में था. भारत को जीत के लिये दो रन चाहिये था जबकि राहुल शतक से छह रन दूर थे.
उन्होंने मैच के बाद कहा ,‘‘ मैं ज्यादा नहीं सोच रहा था लेकिन शतक पूरा करने का एक ही रास्ता था. मुझे छक्का मारना ही था और मैने मारा.” उन्होंने कहा कि कठिन विकेट पर बल्लेबाजी का उन्हें काफी मजा आया. उन्होंने कहा ,‘‘ यह विकेट कठिन था लिहाजा मैं आत्ममुग्ध नहीं हो सकता था. मैने नई गेंद संभलकर खेली. मैं अपनी पारी से खुश हूं और आगे भी ऐसा ही खेलना चाहूंगा.” भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा ,‘‘ यह बहुत अच्छा प्रदर्शन था. विकेट बल्लेबाजी के लिये आसान नहीं था और स्ट्राइक रोटेट करना मुश्किल हो गया था.”
गेंदबाजों के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा मानना है कि तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा और स्पिनरों ने उनकी काफी मदद की।” जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर ने कहा ,‘‘ हमने पर्याप्त रन नहीं बनाये. अगर हम 220 के करीब बनाते तो नतीजा कुछ और हो सकता था. हमने अच्छी गेंदों पर विकेट गंवाये.”