नयी दिल्ली : बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) को ईमेल भेजकर यह पता लगाना चाहा है कि क्या वे 12 फरवरी को फिरोजशाह कोटला मैदान पर भारत और श्रीलंका के बीच होने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी कर सकता है.
यह स्थिति तब पैदा हुई जब मनजीत सिंह (डीडीसीए संरक्षक) जो कि दौरा एवं कार्यक्रम निर्धारण समिति के भी सदस्य हैं, ने ठाकुर और खेल विकास प्रबंधक रत्नाकर शेट्टी को मुंबई में बैठक के दौरान गलत जानकारी दी कि उनके पास सभी जरुरी प्रमाणपत्र हैं. ठाकुर जब पिछले शनिवार को डीडीसीए के सीनियर पदाधिकारियों से मिले तो उन्हें पता चला कि उसके पास जरुरी मंजूरी प्रमाणपत्र नहीं हैं. पता चला है कि यदि डीडीसीए मैच का आयोजन करने में असफल रहता है तो रांची को उसके बदल स्टैंड बाई रखा गया है.
डीडीसीए कोषाध्यक्ष रविंदर मनचंदा ने पुष्टि की क्रिकेट संघ को बीसीसीआई को इस संबंध में मेल मिला है. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘अनुराग ठाकुर ने अपने ई मेल में अंतिम समयसीमा आज (25 जनवरी) तय की है. हमने अब तक उनके ईमेल का जवाब नहीं दिया है. संबंधित विभागों से प्रमाणपत्र मिलने में समय लगता है. इसके अलावा ठाकुर को लग रहा था कि हमारे पास सभी प्रमाणपत्र तैयार हैं.
” इस बार में जब दिल्ली मैचों के लिये उच्च न्यायालय से नियुक्त पर्यवेक्षक न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) मुकुल मुदगल से पूछा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैचों के आयोजन से संबंधित जिम्मेदारी मेरी है. यह मेल डीडीसीए को लिखा गया है और उसका जवाब देना उनका काम है. मैं जानता हूं कि आखिरी समयसीमा आज है. ”