मुंबई : मुंबई के किशोर क्रिकेटर प्रणव धनवाड़े ने आज अंतर स्कूल टूर्नामेंट में नाबाद 1009 रन बनाकर नया इतिहास रच दिया. वह क्रिकेट इतिहास में चार अंकों का स्कोर बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गये हैं. केसी गांधी हायर सेकेंडरी स्कूल की तरफ से खेल रहे 15 वर्षीय धनवाड़े ने मुंबई क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित भंडारी कप अंतरस्कूल टूर्नामेंट में आर्य गुरुकुल के खिलाफ केवल 323 गेंदों पर यह स्कोर बनाया और उनका स्ट्राइक रेट 312.38 रहा.
धनवाडे ने 395 मिनट तक चली अपनी इस पारी में 129 चौके और 59 छक्के जमाये. उनकी इस ऐतिहासिक पारी का अंत तब हुआ जब उनकी टीम ने तीन विकेट पर 1495 के स्कोर पर पारी समाप्त घोषित की. यह भी विश्व रिकार्ड है. धनवाडे़ की स्कूल ने विक्टोरिया के न्यूसाउथ वेल्स के खिलाफ 1926 में बनाये गये 1107 रन के रिकार्ड को पीछे छोडा़. धनवाडे़ के नाम पर अब भी किसी तरह की क्रिकेट में एक पारी में सर्वाधिक स्कोर का रिकार्ड दर्ज हो गया है. उन्होंने ब्रिटेन के एईजे कोलिन्स का क्लार्क हाउस के खिलाफ नार्थ टाउन में 1899 में बनाये गये नाबाद 628 रन के रिकार्ड को तोडा़.
दसवीं में पढ़ने वाला प्रणव एमसीए के अनुभवी कोच मोबिन शेख का शिष्य है और वह आटोरिक्शा चालक का एकमात्र बेटा है. ठाणे के निकट कल्याण के वायलेंगर मैदान पर खेले गये मैच में उनकी टीम ने यह विशाल स्कोर अपने प्रतिद्वंद्वी के 17 ओवर में 31 रन पर आउट होने के जवाब में बनाया.
धनवाडे़ कल स्टंप उखडने के समय 652 रन बनाकर नाबाद थे लेकिन तब तक उन्होंने सभी तरह की क्रिकेट में एक पारी में सर्वोच्च स्कोर का रिकार्ड अपने नाम लिखवा दिया था. कल अपनी पारी के दौरान उन्होंने भारतीय स्कूली क्रिकेट में 546 रन के सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर के रिकार्ड को पीछे छोडा़. यह रिकार्ड मुंबई के एक अन्य क्रिकेटर पृथ्वी शॉ ने 2013 में हैरिस शील्ड मैच में रिजवी स्प्रिंगफील्ड की तरफ से सेंट फ्रांसिस डि एसीसी के खिलाफ बनाया था.
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने धनवाडे को इस प्रदर्शन पर बधाई दी है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘प्रणव धनवाडे़ को एक पारी में 1000 से अधिक रन बनाने वाला पहला बल्लेबाज बनने पर बधाई. शाबाश और कडी मेहनत करो. आपको भी नई उंचाईयां छूनी चाहिए. ‘ धनवाडे़ के कोच शेख ने कहा, ‘‘धनवाडे जब छह साल का था तब से मेरे पास है. उनके इस प्रदर्शन से इस क्षेत्र में क्रिकेट को काफी बढा़वा मिलेगा. कल्याण के आसपास हमारे यहां काफी प्रतिभा है लेकिन उचित सुविधाएं नहीं होने से ये खिलाडी़ आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं.
आज : पूर्व भारतीय कप्तान और एमसीए उपाध्यक्ष : दिलीप वेंगसरकर आये और उन्होंने मैदान उपलब्ध कराने की स्थिति में यहां अकादमी खोलने का वादा किया. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘यह अंडर-16 मैच के लिये उपयुक्त मैदान था और टूर्नामेंट एमसीए से मान्यता प्राप्त है. मैं विरोधी टीम के रवैये से भी खुश हूं. ‘