बांग्लादेश में एकदिवसीय श्रृंखला हारने के बाद महेंद्र सिंह धौनी ने कप्तानी छोड़ने के संकेत दिये. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर उनके नेतृत्व में टीम इंडिया का बुरा हो रहा है, तो वे कप्तानी छोड़कर सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में योगदान देने को तैयार है. महेंद्र सिंह धौनी के इस बयान पर त्वरित प्रतिक्रियाएं आयीं हैं और ज्यादातर शीर्ष खिलाड़ियोंने उसे कप्तानी से हटाने का विरोध किया है. हालांकि कुछेक मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने यह कहा कि अब धौनी को कप्तानी छो ड़ देनी चाहिए.
पूर्व गेंदबाज बिशन सिंह बेदी ने तो यहां तक कह दिया कि धौनी अब कैप्टन कूल नहीं रहे और कप्तानी छोड़ने का उनका बयान उनकी झल्लाहट को दर्शाता है. हालांकि सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और चेतन चौहान जैसे शीर्ष खिलाड़ियों का यह मानना है कि महेंद्र सिंह धौनी को अभी कप्तानी करने का मौका मिलना चाहिए, क्योंकि बांग्लादेश में टीम की जैसी दुर्गति हुई, उसके लिए वे अकेले जिम्मेदार नहीं हैं.
ऐसे में अगर यह कहा जाये कि धौनी ने अपना जीवन जी लिया है, तो गलत नहीं होगा. धौनी ने टीम इंडिया के लिए जो भी योगदान दिया है उसे बताने की जरूरत नहीं है, सारे लोग उससे वाकिफ हैं. धौनी ने टीम इंडिया को हर वो ऊंचाई दी, जिसकी उम्मीद एक सफल कप्तान से की जा सकती है.