36.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

आईसीसी आचार संहिता उल्लंघन के मामले में महेंद्र सिंह धौनी पर मैच फीस का 75 फीसदी जुर्माना

मीरपुर : भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गये पहले एकदिवसीय मैच के दौरान भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान के बीच हुई टक्कर के कारण दोनों खिलाड़ियों को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.2.4 के तहत अपराध का दोषी पाया गया और दोनों पर मैच फीस का क्रमश: […]

मीरपुर : भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गये पहले एकदिवसीय मैच के दौरान भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान के बीच हुई टक्कर के कारण दोनों खिलाड़ियों को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.2.4 के तहत अपराध का दोषी पाया गया और दोनों पर मैच फीस का क्रमश: 75 फीसदी और 50 फीसदी का जुर्माना लगाया गया है.

दोनों खिलाड़ियों को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.2.4 के तहत अपराध का दोषी पाया गया. दोनों खिलाडियों ने कहा था कि वे दोषी नहीं है जिसके बाद मैच रेफरी एंडी पायक्रोफ्ट ने आज सुनवाई की जिसमें टीवी फुटेज का इस्तेमाल का सहारा लिया गया. मैच अधिकारियों के अलावा सुनवाई में दोनों खिलाड़ियों और उनके प्रबंधकों ने हिस्सा लिया.
यह घटना कल भारतीय पारी के दौरान की है जब 25वें ओवर की दूसरी गेंद पर गेंदबाज मुस्ताफिजुर रन बनाने की कोशिश में दौड़ रहे धौनी के रास्ते में आ गये. रिप्ले से पता चला कि धौनी ने क्रीज तक पहुंचने की कवायद में उन्हें धक्का दिया था. इसके बाद तेज गेंदबाज को मैदान छोड़ना पड़ा और बाकी के चार गेंद नासिर हुसैन ने किया.
मैच रैफरी एंडी पायक्रोफ्ट ने कहा सुनवाई में धौनी ने यह कहते हुए आरोपों से बचाव किया कि गेंदबाज गलत दिशा में थे और टकराव को रोकने के लिए उन्होंने हाथ का इस्तेमाल किया था. उन्होंने ऐसा संभावित टक्कर के बचने के प्रयास के लिए किया था.पायक्रोफ्ट ने कहा, हालांकि मेरा आकलन सही नहीं था कि धौनी ने जानबूझकर मुस्ताफिजुर को धक्का दिया था. रैना और गेंदबाज के बीच बहुत कम अंतर होने के बावजूद अनुभवी धौनी को संपर्क रोकने का प्रयास करना चाहिए था क्योंकि क्रिकेट ऐसा खेल नहीं है जिसमें शारीरिक संपर्क हो और खिलाड़ियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वह हर समय शारीरिक संपर्क से बचे.

इसी आधार पर मैंने धौनी पर 75 फीसदी का जुर्माना लगाया. शुरुआत में आरोपों से इनकार करने वाले मुस्ताफिजुर ने साक्ष्य पेश किये जाने के बाद प्रस्तावित धाराओं के तहत आरोप स्वीकार लिया.पायक्रोफ्ट ने कहा ,मुस्ताफिजुर पर उसके मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया. उसने यह स्वीकार कर लिया कि जिस तरह वह बल्लेबाज के रास्ते में आया वह गलत था और उसे संपर्क से बचने के लिए कुछ और करना चाहिए था.

उन दोनों पर यह आरोप फील्ड अंपायर राड टकर और एनामुल हक के अलावा तीसरे अंपायर अनिसुर रहमान और चौथे अंपायर मसादुर रहमान ने लगाया था.मैच रैफरी एंडी पायक्रोफ्ट ने कल रात भारतीय टीम मैनेजर बिस्वरुप डे को सुनवाई के बारे में बताने के लिए समन किया था. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार टीम प्रबंधन ने सामूहिक रूप से फैसला लिया था कि कप्तान को इस मामले में दोषी नहीं माना जायेगा क्योंकि उन्होंने गेंदबाज को जान बूझकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की थी. इसके बाद टीम ने आरोप का विरोध करने का फैसला लिया. सुबह टीम होटल में मैदानी अंपायर राड टकर और इनामुल हक को पायक्रोफ्ट ने बुलाया था जिसके बाद धौनी, डे और टीम इंडिया के निदेशक रवि शास्त्री को समन किया गया.

समझा जाता है कि टीम इंडिया ने कहा कि धौनी ने कभी अपनी कोहनी नहीं उठायी थी और अधिकारियों ने कहा कि वह सिर्फ रन पूरा करना चाहता था.रिप्ले के अनुसार धोनी के कंधे और बाजू में गैप नहीं था जिससे साबित होता है कि उसने गेंदबाज को कोहनी मारने की कोशिश नहीं की. इस तरह का शारीरिक संपर्क हालांकि लेवल एक के अपराध में नहीं आता है और मैच रैफरी ने इसे लेवल दो का अपराध बताया जिसके तहत मैच फीस का 50 से 100 फीसदी जुर्माना या दो मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता है.

भारतीय तिकड़ी की सुनवाई के बाद मुस्ताफिजुर और बांग्लादेशी टीम मैनेजर खालिद महमूद सुजोन को बुलाया गया था.
मुस्ताफिजुर ने बांग्ला दैनिक प्रथोम आलो से कहा था , मैंने बीच में आकर गलती की थी. इससे पहले रोहित शर्मा की बल्लेबाजी के दौरान भी मुस्ताफिजुर बीच में आ गया था और उस पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें