कुछ लोग कहते हैं धौनी किस्मत के धनी हैं इसलिए इतने सफल हैं. क्या सिर्फ किस्मत के बल पर कोई कप्तान दो वर्ल्ड कप खिताब (वनडे और ट्वेंटी 20), दो आइपीएल खिताब, दो चैंपियंस लीग खिताब के साथ-साथ टेस्ट रैंकिंग में अपनी टीम को नंबर एक तक ले जा सकता है? नहीं. धौनी सफल हैं तो इसलिए क्योंकि उनके पास सफलता के लिए जरूरी सभी विशेषताएं हैं. एक नजर उन खासियतों पर जो बनाती हैं धौनी को महान क्रिकेटर और महान कप्तान.
1. आगे बढ़ कर नेतृत्व
धौनी उन कप्तानों में हैं जो कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए खुद आगे आते हैं. इस खासियत ने उन्हें न सिर्फ सफल बनाया है बल्कि इससे साथी खिलाड़ियों में उनकी प्रतिष्ठा भी बढ़ी है. सचिन, गांगुली और लक्ष्मण जैसे सीनियर खिलाड़ी भी धौनी की इस क्षमता की खुलकर तारीफ करते हैं
2. दबाव में भी संयमित
मैच की परिस्थिति कैसी भी हो धौनी कभी धैर्य नहीं खोते हैं. वह कभी बौखलाते नहीं हैं. हर परिस्थिति में वह संयमित रहते हैं. संयम रहने के कारण धौनी हर मौके पर सर्वश्रेष्ठ फैसले लेने में सक्षम होते हैं. इसी वजह से कोई भी विपक्षी टीम, कप्तान या खिलाड़ी अब तक उन पर हावी नहीं हो पाया.
3. रिस्क लेने से घबराते नहीं हैं भारतीय कप्तान
कुछ आलोचक धौनी को रक्षात्मक कप्तान कहते हैं. लेकिन, सच्चई यह है कि धौनी रिस्क लेने से घबराते नहीं हैं. 2007 ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप फाइनल का आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को देना इसका शानदार उदाहरण है. धौनी बैटिंग ऑर्डर में भी समय-समय पर बदलाव कर जोखिम उठाते हैं और उन्हें इसका सकारात्मक फल मिलता है.
4. स्ट्रीट स्मार्ट यानी चक्कू क्रिकेटर
भारतीय क्रिकेट में एक जुमला चक्कू क्रिकेटर बहुत मशहूर है. इसका मतलब होता है स्ट्रीट स्मार्ट क्रिकेटर. धौनी सिर्फ टीम मीटिंग के दौरान बनायी रणनीति पर निर्भर नहीं रहते हैं. मैदान पर वक्त की नजाकत के हिसाब से कभी-कभी चौंकानेवाले फैसले लेते हैं और प्रतिद्वंद्वी को गलती करने पर विवश कर देते हैं.
5. खेल के लिए पैशन
आज का जमाना विशेषज्ञ क्रिकेटरों का है. कोई टेस्ट का, कोई टी-20 का तो कोई टेस्ट का विशेषज्ञ है. धौनी तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं और जबरदस्त पैशन के बिना यह मुकनिक नहीं है.
6. लाजवाब फिटनेस
धौनी भारत की ओर से क्रिकेट खेलने वाले सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक हैं. विकेटकीपिंग में चपल होने के साथ ही उनकी रनिंग बिटवीन द विकेट भी शानदार है.
7. गलती स्वीकार करने से पीछे नहीं हटते धौनी
गलतियां सबसे होती हैं और धौनी भी गलती करते हैं. लेकिन, वह गलत हो जाने पर इसे स्वीकार करने से पीछे नहीं हटते. वह अपनी गलतियों का ठीकरा साथी खिलाड़ियों पर नहीं फोड़ते हैं. इससे वह साथी खिलाड़ियों का विश्वास जीतने में कामयाब होते हैं.