ब्रिसबेन : ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर को हाल में उनके बुरे बर्ताव के लिए फटकार लगाते हुए न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मार्टिन क्रो ने कहा है कि समय आ गया है कि फुटबॉल से सबक लेते हुए क्रिकेट मैदान पर गलत आचरण के लिए पीले और लाल कार्ड लागू करे.
क्रो ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ में अपने कालम में लिखा, अपने घर से देखने और कई बार क्रिकेट के सम्मानित लोगों से सुनने के बाद चिंता बढ गई है कि डेविड वार्नर का खराब बर्ताव काफी आगे बढ गया है. जल्द ही एक दिन यह ऐसी घटना में बदल जाएगा जो खेल को नुकसान पहुंचाएगा.
क्रो ने यह टिप्पणी उस समय की है जब वार्नर हाल में मेलबर्न पार्क में त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत पर चार विकेट की जीत के दौरान रोहित शर्मा से भिड गए थे. इस दौरान वार्नर को अपने विरोधी खिलाड़ी को ‘अंग्रेजी में बोलो’ कहते सुना गया था.
वार्नर पर इस घटना के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और उन्होंने बाद में अपनी गलती भी स्वीकार की लेकिन क्रो ने कहा कि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सजा कडी होनी चाहिए थी. इससे पहले 2013 में बर्मिंघम के एक बार में इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रुट को घूसा जडने पर वार्नर को ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर कर दिया गया था. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एजबस्टन में चैम्पियन्स ट्रॉफी मैच के बाद यह घटना हुई थी.
न्यूजीलैंड की ओर से 77 टेस्ट और 143 वनडे खेलने वाले क्रो ने कहा, ‘चलिए मांग करते हैं कि अगर किसी क्रिकेटर को छह महीने में दो बार पीला कार्ड दिखाया जाता है तो वह अगले छह महीने के लिए बाहर हो जाएगा. खराब चीजों को रोकने और खेल का सम्मान वापस लौटाने का केवल यही एक तरीका है.’