ब्रिसबेन : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 से 21 दिसंबर तक दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है. यह दूसरा टेस्ट मैच ब्रिसबेन में खेला जाएगा. ज्ञात हो कि इसी मैदान पर चार दिसंबर से पहला टेस्ट मैच खेला जाना था, लेकिन फिलिप ह्यूज की मौत के कारण खारिज कर दिया गया.
बहरहाल ब्रिसबेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट बुधवार से खेला जाना है, लेकिन कंगारु टीम मेहमान टीम को इस मैदान में नयी चुनौती देने की तैयारी में है. सुत्रों की मानें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ब्रिसबेन में अपने अनुसार पिच बनवाया है. पिच पर घास छोड़े गये हैं. घास होने से ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों पर हावी रहेंगे.
* भारतीय टीम की कमजोरी
गेंदबाजी – टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के साथ मौजूदा सीरीज में बने रहने के लिए अपनी गेंदबाजी पर और सुधार करने की जरूरत है. भारतीय तेज गेंदबाज अपनी लय बनाये रखने में कामयाब नहीं रहे हैं. पहले टेस्ट की बात करें तो स्पिनरों ने तो अपना काम किया,लेकिन तेज गेंदबाज अपना असर दिखापाने में कामयाब नहीं रहे. इसका खामियाजा टीम को उठाना पड़ा और मेजबान टीम ने पहली ही पारी में हाथ खोलते हुए विशाल स्कोर खड़ा कर दिया और टीम इंडिया इसी समय प्रेशर में आ गयी.
* उछालभरी पिच में बल्लेबाजों को होती है दिक्कत – टीम इंडिया की बल्लेबाजी को दुनिया की सबसे उच्चकोटी की मानी जाती है. पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को शानदार चुनौती दी, लेकिन फिर भी बल्लेबाजों में कई कमियां देखने को मिला. टीम इंडिया मैच जीत सकती थी, लेकिन गैरजिम्मेदाराना बल्लेबाजी ने जीत को हार में बदल दिया.
भारतीय बल्लेबाजों में एक बड़ी कमी है कि वह उछाल से भरी पिच पर आसानी से बैटिंग नहीं कर पाते हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय टीम की कमजोरी का फायदा उठाते हुए अपना आक्रमण जारी रखने की तैयारी करेगा. दूसरे टेस्ट मैच में अगर भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया को कड़ी टक्कर देनी है तो अपने बल्लेबाजों के गैरजिम्मेदाराना शॉट पर लगाम लगाना होगा और धैर्य के साथ गेंदबाजों का सामना करना पड़ेगा.
* भारतीय टीम की मजबूती
स्पिनर – भारतीय टीम में कई खामियां हैं तो कई मजबूती भी है. स्पिनर टीम इंडिया की मजबूत हथियार मानी जाती है. पहले टेस्ट की बात करें तो स्पिनरों के दम पर ही भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर लगाम लगाया था. लेकिन इस विभाग में भी और सुधार की जरूरत है.
* कप्तान धौनी की वापसी – भारतीय टीम के लिए लंबे समय से संकट मोचन का काम करने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धौनी लंबे समय के बाद मैदान पर उतरने वाले हैं. धौनी अपने हाथ के चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, लेकिन दूसरे टेस्ट मैच में धौनी की वापसी से टीम इंडिया में नयी जान आ गयी है. हालांकि विराट कोहली ने कप्तानी के रूप में अपने को साबित किया है. उन्होंने पहले टेस्ट मैच में कप्तानी पारी खेलते हुए शानदार दोनों पारियों में शतक जमाया है.
कोहली ने शानदार कप्तानी तो की है, लेकिन धौनी में कई बातें ऐसी हैं जो उन्हें औरों से अलग करती है. धौनी मैदान पर हमेशा शांत रहते हुए खास रणनीति के साथ मैच खेलते हैं. उनमें एक लंबी नेतृत्व क्षमता का अनुभव है और यही टीम इंडिया के लिए सबसे खास बात है.
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