नयी दिल्ली : विराट कोहली ने रवि शास्त्री को लगातार ट्रोल किये जाने को एजेंडा से प्रभावित बताया और कहा कि भारतीय कोच इस धारणा से सबसे कम प्रभावित हैं कि वह कप्तान की हां में हां मिलाते हैं.
कोहली ने कहा कि शास्त्री ने ‘साहस’ के साथ ‘बिना हेलमेट’ के तेज गेंदबाजों का सामना किया और सलामी बल्लेबाज के रूप में 41 की औसत से रन बनाए जो मौजूदा कोच के आलोचकों को कड़ा जवाब है.
कोहली ने कहा, मुझे लगता है कि इनमें से अधिकांश चीजें एजेंडा से प्रभावित हैं और मुझे नहीं पता कि कोई ऐसा क्यों और किस लिए कर रहा है, लेकिन इस तरह से झूठ को स्वीकार करना एजेंडा से प्रभावित है.
उन्होंने कहा, भाग्य से रवि भाई के मामले में वह ऐसे व्यक्ति हैं जो इन चीजों की बिलकुल परवाह नहीं करते. बायें हाथ के स्पिनर के रूप में आगाम करने वाले शास्त्री ने बाद में भारत के लिए पारी का आगाज भी किया और 1985 विश्व सीरीज क्रिकेट में उन्हें ‘चैंपियन आफ चैंपियन्स’ का प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिला.
मुख्य कोच का समर्थन करते हुए कोहली ने ये सभी तर्क रखे. कोहली ने ट्रोल करने वालों को संदेश देते हुए कहा, दसवें नंबर से सलामी बल्लेबाज के रूप में भेजा गया और सलामी बल्लेबाज के रूप में उन्होंने 41 के औसत से रन बनाए. वह किसी ऐसे व्यक्ति से परेशान नहीं होने वाले जो घर में बैठकर उनकी ट्रोलिंग कर रहा हो क्योंकि अगर आप उनकी जैसी उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्ति की ट्रोलिंग करना चाहते हैं तो चलिए फिर उन गेंदबाजों का सामना कीजिए, जो उन्होंने किया है वह कीजिए, ऐसा करने के लिए हौसला चाहिए, इसके बाद उनके साथ बहस कीजिए.
हाल में टेस्ट शृंखला में बांग्लादेश को रौंदने के बाद कोहली ने अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को ‘स्वप्निल संयोजन’ करार दिया जो किसी भी सतह पर किसी भी तरह के विरोधी को ध्वस्त करने में सक्षम है. ऐसा जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में किया गया.
कप्तान ने कहा कि काफी अधिक प्रतिस्पर्धा के बावजूद तेज गेंदबाजों के बीच सौहार्द है और बिलकुल भी असुरक्षा नहीं है. कोहली ने कहा, बिलकुल भी जलन नहीं है और यह उनका सबसे मजबूत पक्ष है, वे परवाह नहीं करते कि शमी की रैंकिंग सात है या जसप्रीत की रैंकिंग क्या है या इशांत की रैंकिंग क्या है.
कोहली क्रिकेटरों के बीच सचिन तेंदुलकर से प्रेरणा लेते हैं, लेकिन खेल जगत में उनका पसंदीदा खिलाड़ी दिग्गज फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं. भारतीय कप्तान ने कहा, मुझे लगता है कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो क्योंकि मुझे यह तथ्य पसंद है कि उसे रोजाना निशाना बनाया जाता है, लेकिन वह मानसिक रूप से मजबूत है, कड़ी मेहनत करने का जज्बा और वापसी करने की इच्छा है.
उन्होंने कहा, मेरे लिए ये चीजें वास्तवित नैसर्गिक क्षमता से अधिक मायने रखती है जो लियोनल मेस्सी में है और यही कारण है कि मैं रोनाल्डो से प्रभावित हूं. कोहली ने नये रिकार्ड बनाने को अपनी आदत में शुमार कर लिया है और इसके लिए उनकी तुलना कई बार उनके आदर्श महान बल्लेबाज तेंदुलकर से होती है.
कोहली ने कहा, मुझे नहीं पता कि इस बारे में कैसे बताऊं क्योंकि मुझे हारना नापसंद है. मुझे किसी भी चीज में हारना पसंद नहीं, खिलाड़ी इसी तरह बनते हैं, शीर्ष स्तर पर प्रतिस्पर्धा पेश करने वाले खिलाड़ियों की मानसिकता ऐसी ही होती है.