पोर्ट एलिजाबेथ : भारत से मिले जीत के लिए 275 रनों के लक्ष्य का पिछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका को 73 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ भारत ने छह मैच की एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में 4-1 बढ़त बनाकर श्रृंखला को अपने नाम कर लिया.पांचवें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवारको यहां दक्षिण अफ्रीका ने भारत से जीत के लिए मिले 275रनों के लक्ष्यका पीछा करते हुए 16 ओवर की समाप्ति तक तीन विकेट के नुकसान पर 83 रन बना लिये हैं.
दक्षिण अफ्रीका का पहला विकेट कप्तान ऐडन मार्करमके रूपमेंगिरा. मार्करमको बुमराह की गेंद पर कप्तान कोहली ने कैच पकड़ा. मार्करमने32 गेंदों में चार चौको की मदद से 32 रन बनाये. दूसरा विकेट डुमनी का गिरा. डुमनी पंड्या की गेंद पर रोहित शर्मा ने लपका. दक्षिण अफ्रीका को तीसरा विकेट एबी डिविलियर्स के रूप में गिरा. डिविलियर्स का पंड्या की गेंद पर धौनी ने लपका.
इससे पहलेसलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने फार्म में वापसी करते हुए शतक जड़ा जिससे भारत ने पांचवें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवारको यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात विकेट पर विकेट पर 274 रन बनाये. रोहित ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए 126 गेंद में 11 चौकों और चार छक्कों की मदद से 115 रन की पारी खेलने के अलावा कप्तान विराट कोहली (36) के साथ दूसरे विकेट के लिए 105 और श्रेयस अय्यर (30) के साथ चौथे विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की. तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी (51 रन पर चार विकेट) ने अंतिम ओवरों में दक्षिण अफ्रीका को जोरदार वापसी दिलायी जिससे भारतीय टीम अंतिम आठ ओवर में 38 रन ही जुटा सकी.
रोहित का यह दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय मैचों में सर्वोच्च स्कोर है. इससे पहले यहां खेले 12 मैचों में उनका शीर्ष स्कोर 23 रन था, जो उन्होंने जनवरी 2011 में मेजबान टीम के खिलाफ बनाया था. मौजूदा दौरे में टेस्ट और वनडे की नौ पारियों में भी यह उनका शीर्ष स्कोर है. इससे पहले सेंचुरियन में दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 47 रन उनका सर्वोच्च स्कोर था. इतना ही नहीं सेंट जाॅर्ज पार्क पर भारत का यह सर्वोच्च स्कोर है. इससे पहले पांच मैचों में भारतीय टीम कभी यहां 200 रन के आंकड़े को नहीं छू पायी थी और उसका सर्वोच्च स्कोर नौ विकेट पर 179 रन था जो उसने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फरवरी 1997 को बनाया.
शृंखला में 3-1 से आगे चल रहे भारत को इस मैदान पर पहली जीत का इंतजार है और अगर आज टीम जीत दर्ज करती है तो दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर पहली बार द्विपक्षीय वनडे शृंखला जीत लेगी. भारत ने इस मैदान पर अब तक खेले पांचों मैच गंवाये हैं जिसमें चार हार उसे दक्षिण अफ्रीका, जबकि एक केन्या के खिलाफ मिली. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ऐडन मार्करम ने टाॅस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद रोहित ने शिखर धवन (34) के साथ पहले विकेट के लिए 48 रन जोड़कर टीम को सतर्क शुरुआत दिलायी. धवन अच्छी लय में दिखे और उन्होंने कागिसो रबादा (58 रन पर एक विकेट) के ओवरों में पांच चौके मारे. उन्होंने मोर्ने मोर्कल के ओवर में भी तीन चौके मारे, लेकिन इसके बाद रबादा की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप स्क्वायर लेग पर एंडिले फेहलुकवायो को कैच दे बैठे. उन्होंने 23 गेंद की पारी में आठ चौके जड़े. भारत के 50 रन आठवें ओवर में पूरे हुए.
रोहित शुरू में जूझने के बाद लय में आ गये. उन्होंने रबादा पर छक्का जड़ा और फिर एनगिडी की गेंद को भी दर्शकों के बीच पहुंचाया. रोहित ने जेपी डुमिनी का स्वागत लगातार दो चौकों के साथ करते हुए 18वें ओवर में भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. उन्होंने अगले ओवर में तबरेज शम्सी की गेंद पर एक रन के साथ अर्धशतक पूरा किया. कोहली के खिलाफ शम्सी की गेंद पर विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन ने पगबाधा की विश्वसनीय अपील की, लेकिन तीसरे अंपायर ने भारतीय कप्तान को नाटआउट करार दिया. रोहित ने शम्सी पर छक्के से कोहली के साथ शतकीय साझेदारी पूरी की, लेकिन भारतीय कप्तान इसके बाद गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गये. रोहित ने आॅफ साइड में शाट खेला जिसके बाद कोहली रन के लिए दौड़ पड़े. रोहित भी आगे बढ़े, लेकिन फिर रन लेने से इनकार कर दिया, मगर कोहली तब तक काफी आगे निकल चुके थे और डुमिनी के सटीक निशाने पर रन आउट हो गये. कोहली ने 54 गेंद का सामना करते हुए दो चौके मारे.
अजिंक्य रहाणे (08) भी इसके बाद रोहित की गलती का शिकार होकर रन आउट हुए जिससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 176 रन हो गया. रोहित इसके बाद भाग्यशाली रहे जब 96 रन के निजी स्कोर पर रबादा की गेंद पर थर्ड मैन पर शम्सी ने उनका बेहद आसान कैच टपका दिया. रोहित ने इस जीवनदान का फायदा उठाकर शम्सी की गेंद पर दो रन के साथ 107 गेंद में अपने करियर का 17वां शतक पूरा किया. रोहित हालांकि शतक पूरा करने के बाद एनगिडी की उछाल लेती गेंद पर क्लासेन को कैच दे बैठे. हार्दिक पंड्या (00) एक बार फिर नाकाम रहे और अगली गेंद पर क्लासेन को ही कैच थमा गये. एनगिडी ने अपने अगले ओवर में अय्यर को भी क्लासेन के हाथों कैच कराया. भारत ने दो रन के भीतर तीन विकेट गंवाये. भुवनेश्वर ने 47वें ओवर में एनगिडी की गेंद पर चौके के साथ 41वें ओवर के बाद भारत की ओर से पहली बाउंड्री लगायी, लेकिन एनगिडी ने महेंद्र सिंह धोनी (13) को पवेलियन भेजा.