भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि वर्ष 2017 में विराट कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया है, चाहे हम उनकी कप्तानी की बात करें या एक बल्लेबाज के तौर पर उन्हें परखें. शास्त्री ने कहा, एक ओर जहां उन्होंने अपनी कप्तानी में आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज जीता वहीं उन्होंने अपने बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने इस एक साल में हर फारमेट में कुल 2818 रन बनाये, जबकि 11 शतक जड़े.
अगर यह कहा जाये कि उन्होंने जिस चीज को छूआ वह सोना हो गया तो गलत नहीं होगा. विराट ने जो कुछ हासिल किया उसका श्रेय उसकी कार्यशैली को जाता है, जिसने उसे हमेशा शारीरिक और मानसिक स्तर पर प्रेरित किया. कोहली ने हमेशा अपने प्रदर्शन में सुधार की कोशिश की और उनके समर्पण पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता है. शास्त्री ने यह भी कहा कि उन्होंने हमेशा साथी खिलाड़ियों की पीठ थपथपाई और उन्हें प्रेरित किया.
इंडिया टुडे के साथ बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि उनकी कार्यशैली बताती है कि वे किस तरह के खिलाड़ी हैं और वे भविष्य में किस तरह के खिलाड़ी हो सकते हैं. उन्होंने इसके लिए काफी त्याग किया है और अपने फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया है.शास्त्री ने कहा कि मात्र 29 साल की उम्र में वह दूसरों के लिए अनुकरणीय बन गया है. वह अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है, लेकिन रास्ते में आने वाली बाधाओं से वह बचता नहीं और ना ही इसके लिए वह कोई बहाना बनाता है, बल्कि वह बाधाओं से जूझता है.
वर्ष 2017 विराट कोहली के लिए तो शानदार रहा ही भारतीय क्रिकेट के लिए भी बहुत अहम रहा. उन्होंने शतक जड़ने में रिकी पोंटिंग को पछाड़ा और अब वह सर्वाधिक शतक जड़ने वालों की सूची में सिर्फ सचिन से पीछे हैं. सचिन ने 49 शतक जड़े हैं जबकि विराट ने 32 बनाये हैं.
