कोलंबो : कप्तान विराट कोहली और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के शतक के बाद गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन से भारत ने चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवारको यहां श्रीलंका को 168 रन से रौंद कर लगातार चौथी जीत के साथ पांच मैचों की शृंखला में 4-0 की बढ़त बना ली. कोहली ने 96 गेंद में 17 चौकों और दो छक्कों की मदद से 131 रन की पारी खेलने के अलावा रोहित (104) के साथ दूसरे विकेट के लिए 219 रन जोड़े जिससे भारत पांच विकेट पर 375 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल रहा. रोहित ने 88 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके और तीन छक्के जड़े. कोहली का यह 29वां शतक है और वह सर्वाधिक शतक जड़नेवालों की सूची में तीसरे नंबर पर पहुंचे.
शृंखला में पहला मैच खेल रहे मनीष पांडे (42 गेंद में नाबाद 50, चार चौके) और अपना 300वां वनडे खेल रहे महेंद्र सिंह धोनी (42 गेंद में नाबाद 49, पांच चौके और एक छक्का) ने अंतिम ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए छठे विकेट के लिए 12.2 ओवर में 101 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर 350 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी. श्रीलंका के खिलाफ यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है.
इसके जवाब में पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (70) के अलावा श्रीलंका का कोई बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का डट कर सामना नहीं कर पाया और पूरी टीम 42.4 ओवर में 207 रन पर ढेर हो गयी. घरेलू सरजमीं पर रनों के लिहाज से यह श्रीलंका की सबसे बड़ी हार है. भारत की ओर से कुलदीप यादव (31 रन पर दो विकेट), जसप्रीत बुमराह (32 रन पर दो विकेट) और हार्दिक पंड्या (50 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट चटकाये. पदार्पण कर रहे शारदुल ठाकुर और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट हासिल किया. शृंखला का पांचवां और अंतिम मैच तीन सितंबर को यहां आर प्रेमदास स्टेडियम में ही खेला जायेगा.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने 37 रन तक ही तीन विकेट गंवा दिये. तेज गेंदबाज ठाकुर ने पारी के तीसरे ओवर में ही निरोशन डिकवेला (14) को विकेटकीपर धोनी के हाथों कैच कराया. मैदानी अंपायर ने डिकवेला को नाटआउट दिया था, लेकिन धोनी की सलाह पर कप्तान कोहली ने डीआरएस लिया और फैसला भारत के पक्ष में आया. कुसाल मेंडिस (01) गैरजरूरी रन लेने की कोशिश में लोकेश राहुल के सटीक निशाने का शिकार बने, जबकि बुमराह ने दिलशान मुनावीरा (11) को धोनी के हाथों कैच कराके श्रीलंका को तीसरा झटका दिया. इस बार भी मैदानी अंपायर ने बल्लेबाज को नाटआउट करार दिया था, लेकिन डीआरएस लेने पर तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला बदल दिया. लाहिरु थिरिमाने (18) और मैथ्यूज ने कुछ देर विकेटों के पतन पर विराम लगाया. कप्तान कोहली ने इस दौरान गेंदबाजी में हाथ आजमाये. मैथ्यूज ने उन पर लगातार दो चौके मारे.
थिरिमाने ने पंड्या पर फाइन लेग पर छक्का जड़ा, लेकिन अगली गेंद पर डीप प्वाइंट पर शिखर धवन को कैच दे बैठे. मैथ्यूज और मिलिंदा श्रीवर्धने (39) पांचवें विकेट के लिए 73 रन जोड़े. श्रीवर्धने ने पंड्या पर चौका और फिर लेग स्पिनर कुलदीप पर छक्का जड़ कर 21वें ओवर में श्रीलंका के 100 रन पूरे किये. श्रीवर्धने ने पंड्या पर अपना दूसरा छक्का जड़ा, लेकिन अगली गेंद पर धोनी को कैच दे बैठे. उन्होंने 43 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके और दो छक्के मारे.
मैथ्यूज ने ठाकुर पर एक रन के साथ 61 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. वानिंदु डिसिल्वा (22 रन) ने बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ही लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा, लेकिन इसी ओवर में रन आउट हो गये. अक्षर ने इसके बाद मैथ्यूज को भी ठाकुर के हाथों कैच करा दिया जिससे भारत के स्कोर के करीब पहुंचने की श्रीलंका की रही सही उम्मीद भी टूट गयी. उन्होंने 80 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके मारे. श्रीलंका को अंतिम 10 ओवर में 184 रन रन की दरकार थी, लेकिन टीम इस स्कोर के आसपास भी नहीं पहुंच सकी. कुलदीप ने लगातार गेंदों पर विश्व फर्नांडो (05) और लसिथ मलिंगा (00) को आउट करके श्रीलंका की पारी का अंत किया.
इससे पहले कोहली ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन टीम ने दूसरे ओवर में ही शिखर धवन (04) का विकेट गंवा दिया जो तेज गेंदबाज फर्नांडो (76 रन पर एक विकेट) की गेंद पर डीप थर्ड मैन पर मलिंदा पुष्पकुमार को कैच दे बैठे. कोहली और पिछले मैच में नाबाद शतक जड़नेवाले रोहित ने इसके बाद शानदार बल्लेबाजी की. कप्तान ने आक्रामक रुख अपनाया, जबकि रोहित ने शुरुआत में सतर्कता बरती. कोहली ने फर्नांडो पर लगातार तीन चौके जड़े और फिर इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में भी दो चौके मारे. रोहित ने अपना पहला चौका सातवें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज पर जड़ा. रोहित ने मैथ्यूज (24 रन पर दो विकेट) की गेंद पर डीप मिडविकेट पर छक्के के साथ नौवें ओवर में टीम के रनों का अर्धशतक पूरा किया.
भारतीय कप्तान ने लसिथ मलिंगा (82 रन पर एक विकेट) पर चौके और एक रन के साथ 38 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. रोहित ने शृंखला में अब तक शानदार गेंदबाजी करनेवाले ऑफ स्पिनर अकिला धनंजय (68 रन पर एक विकेट) की लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ 14वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. कोहली ने भी पुष्पकुमार की गेंद को लांग आॅन पर छह रन के लिए भेजा. रोहित ने धनंजय की गेंद पर एक रन के साथ 45 गेंद में 50 रन पूरे किये. उन्होंने बायें हाथ के इस स्पिनर की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का भी मारा. कोहली ने मिलिंदा श्रीवर्धने की गेंद पर चौके के साथ सिर्फ 76 गेंद में अपना 29वां शतक पूरा किया. उनसे अधिक शतक अब केवल महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर (49) और आॅस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (30) के नाम दर्ज हैं. कोहली ने अपनी मात्र 185वीं पारी में 29 शतक की उपलब्धि हासिल की, जबकि तेंदुलकर ने इतने शतक पूरे करने के लिए 265 पारियां खेली थी. पोंटिंग ने यह उपलब्धि 330 पारियों में हासिल की थी.
भारतीय कप्तान ने इसके बाद फर्नांडो की गेंद पर छक्का और चौका जड़ा. कोहली ने फर्नांडो की गेंद पर एक रन से रोहित के साथ तीसरी बार 200 रन की साझेदारी पूरी की. वह हालांकि मलिंगा की गेंद पर हवा में शाॅट खेलने की कोशिश में कवर प्वाइंट बाउंड्री पर मुनावीरा को कैच दे बैठे. यह वनडे क्रिकेट में मलिंगा का 300वां विकेट था. वह मुथैया मुरलीधरन (534), चमिंडा वास (400) और सनथ जयसूर्या (323) के बाद यह उपलब्धि हासिल करनेवाले श्रीलंका के चौथे और दुनिया के 13वें गेंदबाज हैं. कोहली ने अपनी इस पारी के दौरान श्रीलंका के खिलाफ 2000 रन पूरे किये. उन्होंने अपनी 44वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की जो किसी टीम के खिलाफ 2000 रन पूरे करने के लिए संयुक्त रूप से दूसरी सबसे कम पारियां हैं. तेंडुलकर ने श्रीलंका के खिलाफ 40 पारियों में 2000 रन पूरे किए थे. वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड ने आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ 44 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी. भारत ने चौथे नंबर पर हार्दिक पंड्या को मौका दिया. पंड्या ने धनंजय पर चौका जड़ा, लेकिन अगली गेंद पर अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया. डीआरएस का सहारा लेने पर, हालांकि तीसरे अंपायर ने उन्हें नाटआउट करार दिया. रोहित ने मलिंगा पर चौके के साथ 85 गेंद में लगातार दूसरा और करियर का 13वां शतक पूरा किया. पंड्या 19 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब मैथ्यूज की गेंद पर कवर में धनंजय ने उनका कैच टपका दिया. पंड्या हालांकि इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाये और एक गेंद बाद वानिंदु डिसिल्वा को कैच दे बैठे. उन्होंने 18 गेंद में एक चौके और एक छक्के की मदद से 19 रन बनाये.
मैथ्यूज ने अगली गेंद पर रोहित को विकेटकीपर डिकवेला के हाथों कैच कराया. पांडे ने मैथ्यूज को हैट्रिक से रोका, लेकिन लोकेश राहुल (07) एक बार फिर विफल रहे और धनंजय की गेंद पर पवेलियन लौट गये जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 274 रन हो गया. भारतीय पारी को संवारने की जिम्मेदारी एक बार फिर पूर्व कप्तान धोनी के कंधों पर थी. पांडे ने 43वें ओंवर में श्रीवर्धने पर चौका मारा, जबकि धोनी ने भी इसी ओवर में चार रन के साथ टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया. धोनी ने मलिंगा पर छक्के के साथ 48वें ओवर में भारत का स्कोर 350 रन के पार किया. पांडे ने मलिंगा की पारी की अंतिम गेंद पर एक रन के साथ अर्धशतक पूरा किया. धोनी ने वनडे क्रिकेट में 73वीं बार नाबाद वापस लौटकर नया रिकाॅर्ड बनाया. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के शान पोलाक और श्रीलंका के वास (दोनों 72 बार नाबाद) को पीछे छोड़ा.